The Lallantop

अमित मालवीय पर 'होटल में लड़कियों का इंतजार' करने का आरोप लगाने वाले ने कांग्रेस को लपेटा

कांग्रेस ने भाजपा IT सेल के प्रमुख अमित मालवीय पर महिलाओं के 'यौन शोषण' का आरोप लगाया था. कहा था कि ये आरोप RSS के एक 'नेता' का है, जो BJP से जुड़ा है. अब उसी शख्स ने कांग्रेस को 'सबसे घटिया' पार्टी बताया है.

post-main-image
अमित मालवीय ने शांतनु सिन्हा को लीगल नोटिस भेजा है. (अमित मालवीय की फाइल फोटो: फेसबुक)

कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल के जिस शख्स का हवाला देकर भाजपा IT सेल के प्रमुख अमित मालवीय पर महिलाओं के 'यौन शोषण' का आरोप लगाया, अब उसी व्यक्ति ने कांग्रेस पर 'फर्जी प्रचार' करने का आरोप लगाया है. कहा है कि कांग्रेस बांग्ला में लिखी उनकी फेसबुक पोस्ट के आधार पर अमित मालवीय और BJP के खिलाफ नफरत का अभियान चला रही है. ये भी कहा है कि उनकी फेसबुक पोस्ट में कहीं भी अमित मालवीय द्वारा महिलाओं के 'यौन शोषण’ की बात नहीं है.

कांग्रेस ने क्या आरोप लगाए थे?

हम यहां शांतनु सिन्हा की बात कर रहे हैं. एक दिन पहले ही यानी 10 जून को कांग्रेस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि RSS का एक व्यक्ति जो BJP से जुड़ा हुआ है, उसने अमित मालवीय पर महिलाओं के 'यौन शोषण' का आरोप लगाया है. 

सुप्रिया श्रीनेत ने शांतनु सिन्हा का नाम लिया. कहा कि अमित मालवीय पर आरोप लगाने वाला शख्स संघ परिवार का ‘नेता’ है और BJP बंगाल के पदाधिकारी राहुल सिन्हा का भाई है. सुप्रिया श्रीनेत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि शांतनु सिन्हा ने अमित मालवीय पर महिलाओं के ‘यौन शोषण’ का आरोप लगाया है. 

ये भी कहा कि 5 स्टार होटलों और BJP के दफ्तरों में ‘काली करतूतें’ चलती हैं. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि शांतनु सिन्हा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा है कि BJP नेताओं में ‘औरतों की आपूर्ति’ करने की होड़ लगी हुई है. इस बीच ये भी खबर आई कि अमित मालवीय ने शांतनु सिन्हा को लीगल नोटिस भेजा है. ये नोटिस 10 करोड़ रुपये की मानहानि का बताया गया.

यहां पढ़ें- होटल में लड़कियां बुलाने का आरोप लगाने वाले 'RSS कार्यकर्ता' को अमित मालवीय ने नोटिस भेजा

शांतनु सिन्हा ने एक और पोस्ट कर सफाई दी

इसके बाद अब 11 जून को शांतनु सिन्हा ने एक और पोस्ट किया. उन्होंने कांग्रेस को 'सबसे घटिया' और 'सबसे भ्रष्ट राजनीतिक दल' बताते हुए लिखा है,

"मुझे इस बात से बहुत दुःख हो रहा है कि देश की सबसे घटिया और भ्रष्टतम राजनीतिक पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, मेरे फेसबुक अकाउंट से बांग्ला में पोस्ट की गई एक पोस्ट के सहारे, अमित मालवीय और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ नफरत भरा अभियान चला रही है."

शांतनु सिन्हा के मुताबिक उनकी पोस्ट में कहीं भी अमित मालवीय द्वारा महिलाओं के यौन शोषण का जिक्र नहीं है. उनके मुताबिक उन्होंने पोस्ट में अपना डर जाहिर किया था कि अमित मालवीय को पार्टी के बेईमान नेता कहीं किसी हनी ट्रैप में ना फंसा दें, ताकि वे नेता हाल ही में हुए चुनाव में इतनी बड़ी हार के बावजूद अपने पद पर बने रहें.

शांतनु ने आगे लिखा,

“कैलाश विजयवर्गीय, सिद्धार्थनाथ सिंह, प्रदीप जोशी और शिबप्रसाद के कार्यकाल में इस तरह के हनी ट्रैप का हमें कड़वा अनुभव है. गौरतलब है कि उस हनी ट्रैप से संबंधित आपराधिक मामला अभी भी कैलाश विजयवर्गीय, प्रदीप जोशी और शिबप्रसाद के खिलाफ पेंडिंग है. ममता बनर्जी ने कई बार हनी ट्रैप की क्लिप जारी करने की धमकी दी है.”

उन्होंने कहा कि मालवीय की ओर से उनके एडवोकेट द्वारा भेजा गया एक कानूनी नोटिस जानबूझकर मीडिया में सर्कुलेट किया गया, ताकि एक ओर उन (शांतनु) पर दबाव बनाया जा सके और दूसरी ओर पश्चिम बंगाल के चुनाव में हुई हार की जिम्मेदारी संबंधित लोगों पर ना आए.

‘विवाद की वजह बनी पोस्ट को वापस नहीं लूंगा’

शांतनु सिन्हा ने अपनी फेसबुक पोस्ट में आगे लिखा,

"मैं ये साफ संदेश देना चाहता हूं कि पोस्ट का मकसद अमित मालवीय को बदनाम करना नहीं था, बल्कि एक चेतावनी थी कि वो हनी ट्रैप में ना फंसें, जिसे सबसे पहले राज्य इकाई के पूर्व अध्यक्ष और त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल तथागत रॉय ने KAMINI KANCHAN के नाम से उजागर किया था."

आगे शांतनु सिन्हा ने जानकारी दी कि वो संघ के स्वयंसेवक हैं और ABVP के पूर्व राज्य सचिव हैं. वो राज्य के विधानसभा चुनाव और कोलकाता म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन का चुनाव लड़ चुके हैं. ये भी लिखा कि वो नहीं चाहते कि उनकी पोस्ट का गलत मतलब निकालकर BJP और पार्टी पदाधिकारियों को किसी भी तरह से कमजोर किया जाए.

पोस्ट के अंत में शांतनु सिन्हा ने लिखा,

"राहुल मेरे भाई हैं. उन्हें बेवजह विवाद में घसीटा गया है. मेरी फेसबुक पोस्ट में उनकी कोई भूमिका नहीं है. अगर मेरी पोस्ट से अमित मालवीय को ठेस पहुंची है या मेरी पार्टी की छवि खराब होती है, तो मैं इसके लिए दिल से दुःख जाहिर करता हूं."

उन्होंने ये भी लिखा कि उनके पहले वाली पोस्ट में किसी को बदमान करने के मकसद से कुछ भी गलत नहीं लिखा गया है, इसलिए विवाद की वजह बनी उस पोस्ट को नहीं हटा रहे हैं.

वीडियो: होटल में लड़कियां बुलाने का आरोप लगाया, 'RSS कार्यकर्ता' को अमित मालवीय ने नोटिस भेजा दिया