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साक्षी मलिक का कुश्ती से संन्यास, रोते हुए बताई फैसले की वजह

भारत के लिए ओलंपिक में रेसलिंग का मेडल जीत चुकीं महिला पहलवान साक्षी मलिक ने रेसलिंग से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया है. वो बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ पहलवानों के प्रोटेस्ट का बड़ा चेहरा रही हैं.

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साक्षी मलिक ने 'I hang my boot' का मेसेज देते हुए जूते मेज पर रखे और रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया.

रेसलर साक्षी मलिक ने रेसलिंग से संन्यास का ऐलान कर दिया है. 21 दिसंबर को मीडिया के सामने आईं और कहा कि रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के चुनाव पर गंभीर सवाल उठाए, रोते हुए अपने जूते मेज पर रखे और कहा कि मैं संन्यास लेती हूं. साक्षी मलिक ने कहा-

"हम 40 दिन तक सड़कों पर सोए. देश के अलग-अलग हिस्सों से लोगों ने हमारा समर्थन किया, महिलाओं ने साथ दिया. हमने भी अपनी लड़ाई पूरे दिल से लड़ी. हम जीत नहीं पाए लेकिन जिन भी लोगों ने साथ दिया, सबका धन्यवाद. आज WFI का अध्यक्ष चुना गया है बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह को. अगर WFI का अध्यक्ष बृजभूषण जैसे ही व्यक्ति को बना दिया गया है तो मैं कुश्ती को त्यागती हूं."

साक्षी के साथ आए रेसलर बजरंग पूनिया ने कहा कि खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि बृजभूषण का करीबी कोई भी व्यक्ति कुश्ती फेडरेशन में बड़े पद पर नहीं आएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. पूनिया ने कहा कि अब उन्हें कोई उम्मीद नहीं है कि बेटियों को न्याय मिलेगा. विनेश फोगाट भी साक्षी के साथ मौजूद थीं. उन्होंने कहा कि हम सब बहुत दुखी है. विनेश ने कहा कि हमने लड़ने की कोशिश की पर जीत नहीं सके और अब हमें नहीं पता कि हमें न्याय कैसे मिलेगा.

बता दें कि साक्षी मलिक ने 2016 के ओलंपिक में रेसलिंग का ब्रोन्ज मेडल जीता था. 2014 के कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीता था. बृजभूषण शरण सिंह पर शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए पहलवान जब दिल्ली में प्रोटेस्ट पर बैठे थे तो साक्षी उसका बड़ा चेहरा थीं. 

WFI चुनाव में क्या हुआ?

WFI के कुल 15 पदों पर चुनाव हुए. अध्यक्ष पद के अलावा वरिष्ठ उपाध्यक्ष, उपाध्यक्ष के 4 पदों, महासचिव, कोषाध्यक्ष, संयुक्त सचिव के 2 पदों और 5 कार्यकारी सदस्यों का चुनाव हुआ. चुनाव की प्रक्रिया इस साल जुलाई में शुरू हुई थी, लेकिन कोर्ट केस के कारण ये चुनाव टल गया. हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने इस चुनाव पर पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट की ओर से लगाई गई रोक को रद्द किया और इसके बाद चुनाव की तारीख का ऐलान हो पाया. अब 21 दिसंबर को चुनाव हुआ और इसके नतीजे बृजभूषण खेमे के पक्ष में आए. अध्यक्ष पद के चुनाव में संजय सिंह ने अनीता श्योराण को 33 वोटों से मात दी. संजय सिंह को 40 वोट मिले, जबकि अनीता श्योराण को मात्र 7 वोट मिले.

वीडियो: रेसलर प्रोटेस्ट सड़कों से खत्म करके साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने क्या लिखा?