नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के विवादित बयान को लेकर बीते शुक्रवार, 10 जून को हुई हिंसा के मामले में सहारनपुर (Saharanpur) पुलिस ने 50 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया. इस बीच एक थाने में पिटाई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल (Video Viral) हुआ. वायरल वीडियो में पुलिस (Saharanpur Police) कुछ लोगों को बुरी तरह पीट रही है. दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो सहारनपुर का है. लेकिन, सहारनपुर के पुलिस अधिकारी इससे इनकार कर रहे हैं.
थाने में पिटाई का वीडियो सहारनपुर का, लेकिन पुलिस का साफ इनकार
पिट रहे लोगों के घरवालों ने भी कहा- वीडियो सहारनपुर का
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने बीते शनिवार को ये वीडियो ट्वीट किया था और कैप्शन में लिखा- रिटर्न गिफ्ट.
आजतक के मुताबिक इसके बाद सहारनपुर पुलिस ने भी एक वीडियो जारी किया था. इस वीडियो में पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए कुछ युवकों को जेल भेजा जा रहा है. साथ ही सहारनपुर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों के कई और वीडियो भी सामने आए.
दोनों वीडियो में कई युवक एक जैसे दिखते हैंआजतक के रिपोर्टर अनिल भारद्वाज के मुताबिक जब थाने में पिटाई वाले वीडियो को सहारनपुर पुलिस द्वारा जारी किए गए वीडियो से मिलाया गया, तो दोनों में कई युवक एक जैसे दिखाई दिए. इससे यह साबित होता है कि पिटाई वाला वीडियो सहारनपुर के सिटी कोतवाली का है. एनडीटीवी की भी एक रिपोर्ट में दिखाया गया है कि पिटाई वाला वीडियो सहारनपुर का है. लेकिन, सहारनपुर जिले के आला पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पिटाई वाला वीडियो उनके यहां का नहीं है.
आजतक से बातचीत में सहारनपुर के एक परिवार ने ये दावा भी किया कि पिटाई वाले वीडियो में एक शख्स उनके घर का सदस्य है. इसका नाम मेहराज है. उन्होंने बताया,
पुलिस ने उस दिन (हिंसा वाले दिन) मेहराज को हिरासत में लिया. थाने में उसकी बुरी तरह पिटाई की और फिर जेल भेज दिया. उसको पुलिस ने बिना किसी अपराध के गिरफ्तार कर जेल भेजा है. मेहराज ने दोपहर की नमाज अपने घर के पास की मस्जिद में पढ़ी थी और वह शाम तक घर पर ही था. वो अपने एक दोस्त के साथ कोतवाली में उसके परिचित को छुड़वाने गया था. तभी पुलिस ने उसे भी पकड़ कर अंदर कर दिया.
पुलिस द्वारा पिटाई के वीडियो में मेहराज की पहचान उसकी बहन और बहनोई ने की है. उनके मुताबिक लाल-महरून कलर की टीशर्ट व लोअर में जो शख्स है वो मेहराज है.
आजतक के अलावा कई अन्य मीडिया रिपोर्ट्स में भी थाने में पिट रहे लोगों के परिवार वालों ने उनकी पहचान की है.