गुजरात में साबरकांठा जिले के वडाली में एक पार्सल ब्लास्ट होने से दो लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. आरोपी शख्स ने एक रिक्शेवाले के हाथों ये पार्सल भेजवाया था. पुलिस के मुताबिक आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. आरोपी ने पुलिस को बताया है कि उसने ये 'पार्सल बम' अपनी पत्नी के कथित प्रेमी के घर भेजवाया था. इस ब्लास्ट में कथित प्रेमी और उसकी बेटी की मौत हो गई.
गुजरात में शख्स ने पत्नी के 'प्रेमी' को 'पार्सल बम' से मारा, धमाके में बेटी की भी मौत
घटना गुजरात के साबरकांठा की है. पुलिस के मुताबिक आरोपी ने अपना जुर्म कबूल किया है. आरोपी ने कहा है कि उसने इस वारदात को इसलिए अंजाम दिया क्योंकि मृतक व्यक्ति का उसकी पत्नी के साथ 'अफेयर' था.
आरोपी की पहचान जयंतीभाई बालूसिंह वंजारा के तौर पर हुई है. आज तक से जुड़े ब्रिजेश दोशी की रिपोर्ट के मुताबिक घटना 2 मई की है. जयंतीभाई वंजारा ने जीतूभाई वंजारा के घर टेप रिकॉर्डर जैसी एक डिवाइस बनाकर डिलीवर कराई थी. जैसे ही जीतूभाई पार्सल खोलने लगे, इसी दौरान विस्फोट हो गया. ब्लास्ट में जीतूभाई और उनकी 12 साल की बेटी की मौत हो गई. वहीं दो लोग घायल हो गए.
घटना के बाद राज्य के गृह विभाग ने तुरंत मामले की जांच गुजरात ATS (Anti Terrorist Squad), अहमदाबाद क्राइम ब्रांच और गांधीनगर फॉरेंसिक लेबोरेटरी की टीम को सौंपी. 2 मई को NSG (National Security Guard) समेत दूसरी एजेंसियों के अधिकारी भी घटनास्थल पहुंचे.
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पुलिस ने कैसे की आरोपी की पहचान?क्राइम ब्रांच ने इलाके के CCTV खंगाले. इसमें पार्सल पहुंचाने वाले रिक्शा चालक और एक स्कूटर चालक का पता चला. लगभग 10 पुलिस टीमें मामले की जांच में जुटीं और इस तरह आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी हो पाई.
पूरे मामले पर जिला पुलिस अधीक्षक विजय पटेल ने बताया,
शुरुआती FSL (Forensic Science Laboratory) रिपोर्ट में सामने आया है कि धमाके में अमोनियम नाइट्रेट और जिलेटिन स्टिक का इस्तेमाल किया गया था. 2 मई (गुरुवार) को ही चार टीमें बनाकर CCTV फुटेज में रिक्शा चालकों की जांच की गई. इसमें एक एक्टिवा चालक एक रिक्शे वाले को पार्सल देता नजर आया. जांच में ये बात सामने आई है कि एक्टिवा का मालिक जयंतीभाई वंजारा था.
पुलिस पूछताछ में आरोपी जयंतीभाई वंजारा ने बताया कि उसकी पत्नी और मृतक जीतूभाई एक ही गांव के थे. आरोपी का कहना है कि दोनों एक-दूसरे को लंबे समय से जानते थे और उनका अफेयर था. इसलिए उसने जीतूभाई वंजारा को मारने के लिए जिलेटिन स्टिक और डेटोनेटर का इस्तेमाल करके एक रेडियो जैसी डिवाइस बनाई थी. इसे चलाने के लिए जैसे ही प्लग सॉकेट में डाला गया, वैसे ही ये फट गया और दो लोगों की जान चली गई.
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