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जयशंकर से मीटिंग में अमेरिकी विदेश मंत्री ने निज्जर का मुद्दा उठाया या नहीं? इन दावों से खलबली

समाचार एजेंसी PTI ने बताया है कि जयशंकर और ब्लिकंन ने इस द्विपक्षीय मुलाकात के बाद मीडिया से सवाल नहीं लिये.

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कनाडा विवाद के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री से मिले एस जयशंकर (फोटो- X/S Jaishankar)

कनाडा के साथ टकराव के बीच भारत और अमेरिका के विदेश मंत्रियों ने वॉशिंगटन में मुलाकात की. इस दौरान तमाम मुद्दों पर बात हुई लेकिन आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, अमेरिका ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का मुद्दा नहीं उठाया. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के तार भारत से जुड़े होने का आरोप लगाया था. अपने मित्र देशों से भारत पर दबाव बनाने की उम्मीद लगाए बैठे कनाडा के लिए यह झटका माना जा रहा है.

भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके अमेरिकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन के बीच गुरुवार, 28 सितंबर को बैठक हुई. इस दौरान जी-20 की उपलब्धियां और नए इकोनॉमिक कॉरिडोर जैसे विषयों पर बात हुई. लेकिन कनाडा के चाहने के बावजूद अमेरिका ने हरदीप निज्जर की हत्या को नहीं उठाया. अंग्रेजी अखबार द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, जयशंकर और ब्लिंकन ने भारत-कनाडा के मुद्दों पर कोई बात नहीं की. मुलाकात के दौरान दोनों मंत्रियों ने इस मुद्दे का जिक्र नहीं किया.

हालांकि समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट बताती है कि जयशंकर और ब्लिंकन की मुलाकात के दौरान कनाडा का मुद्दा उठा था. एक अमेरिकी अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि एंटनी ब्लिंकन ने निज्जर हत्या मामले में कनाडा की जांच में भारत से सहयोग करने का आग्रह किया. रिपोर्ट में अधिकारी का नाम नहीं बताया गया है.

हालांकि अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने जयशंकर और ब्लिंकन की मुलाकात के बाद जो बयान जारी किया, उसमें भारत-कनाडा विवाद या निज्जर की हत्या का जिक्र कहीं नहीं था.

जयशंकर ने ब्लिंकन के साथ मुलाकात की तस्वीरों को शेयर करते हुए X (पहले ट्विटर) पर लिखा, 

"आज अमेरिकी विदेश मंत्री और मेरे दोस्त एंटनी ब्लिंकन से मिलकर अच्छा लगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जून दौर के फॉलो अप समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई. वैश्विक गतिविधियों पर भी विचार साझा किए गए. आगामी 2+2 मीटिंग (रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री की साझा बैठक) को लेकर भी बातचीत की गई."

समाचार एजेंसी PTI ने बताया है कि जयशंकर और ब्लिकंन ने इस द्विपक्षीय मुलाकात के बाद मीडिया से सवाल नहीं लिये.

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भारत और कनाडा दोनों के साथ अमेरिका के अच्छे संबंध हैं. ऐसे में माना जा रहा था इस विवाद को लेकर अमेरिका भारत के साथ चर्चा करे. हालांकि इससे पहले अमेरिका निज्जर हत्या पर कनाडा की मांग का समर्थन कर चुका है.

अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन ने 21 सितंबर को कहा था कि अमेरिका इस मुद्दे को लेकर भारत और कनाडा के संपर्क में है और अमेरिका इस मामले में भारत को कोई 'विशेष छूट' नहीं दे रहा है. उन्होंने कहा कि अमेरिका कनाडा की तरफ से लगाए गए आरोपों की जांच करने का समर्थन करता है.

जयशंकर की मुलाकात से पहले अमेरिकी विदेशी विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर का भी बयान आया था. मिलर ने कहा था कि निज्जर हत्या में भारत से कनाडा की जांच में सहयोग करने का आग्रह किया गया है. मिलर ने पत्रकारों से कहा, 

''जैसा कि हमने साफ किया है, हमने इस मुद्दे को भारत के सामने उठाया है. हमने इस पर अपने भारतीय समकक्ष से बातचीत की है और उन्हें कनाडा की तरफ से की जा रही जांच में सहयोग करने के लिए कहा है.'

भारत निज्जर हत्या पर कनाडा के आरोपों को नकार चुका है. हालांकि दोनों देशों के बीच पिछले दो हफ्तों में राजनयिक तनाव काफी बढ़ चुका है. भारत ने अनिश्चितकाल के लिए कनाडाई लोगों के लिए वीजा सर्विस सस्पेंड कर दिया है.

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