रूस ने यूक्रेन के साथ युद्ध (Russia Ukraine War) को खत्म करने के लिए अपनी शर्तें पेश की हैं. अमेरिका ने इस मामले की मध्यस्थता में दिलचस्पी दिखाई है. रूस ने अमेरिका को अपनी डिमांड्स सौंप दी हैं. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने मामले की जानकारी रखने वाले दो लोगों के हवाले से जानकारी दी है.
"युद्ध विराम चाहिए तो मानो ये शर्तें", रूस ने अमेरिका को पूरी लिस्ट सौंपी है
Russia Ukraine War Ceasefire: इससे पहले Donald Trump ने Putin को चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा था कि रूस अगर शांति समझौते के लिए तैयार नहीं होता, तो उस पर "विनाशकारी" प्रतिबंध लगाए जाएंगे.

अब तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि रूस ने अपनी ओर से क्या-क्या मांग रखी है. ये भी स्पष्ट नहीं है कि शर्तों की मंजूरी से पहले, रूस इस बातचीत में यूक्रेन को शामिल करने पर तैयार है या नहीं. अमेरिका और रूस के अधिकारी पिछले तीन हफ्तों में कई पर्सनल और वर्चुअल्स बैठक का हिस्सा रहे हैं. इनमें रूस की शर्तों पर चर्चा हुई.
रूस की शर्तें कुछ-कुछ वैसी ही हैं, जो उसने इससे पहले भी यूक्रेन, अमेरिका और NATO के सामने रखी थी. रूस ने कहा था,
- यूक्रेन को NATO की सदस्यता ना दी जाए.
- यूक्रेन में विदेशी सैनिकों को तैनात न करने पर समझौता हो.
- "क्रीमिया और उसके चार प्रांत रूस के हैं." इस दावे को अंतर्राष्ट्रीय मान्यता मिले.
- युद्ध के मूल कारणों पर ध्यान दिया जाए. कारणों में NATO का पूर्व की ओर विस्तार भी शामिल है.
वॉइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपित डॉनल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच लाइव बहस हुई थी. इसके बाद यूक्रेन ने बड़े मंचों से ये संदेश दिया कि वो शांति समझौते की ओर बढ़ना चाहते हैं. जेलेंस्की ने कहा कि 30 दिनों का युद्धविराम इस दिशा में पहला कदम हो सकता है. ट्रंप को रूस के राष्ट्रपति पुतिन से इस जवाब का इंतजार है कि वो इसके लिए तैयार हैं या नहीं. शांति समझौते पर पुतिन का अगला कदम क्या होगा? इसको लेकर कोई स्पष्टता नहीं है.
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ट्रंप ने 12 मार्च को वॉइट हाउस में आयरलैंड के प्रधानमंत्री माइकल मार्टिन के साथ एक बैठक की थी. इसी दौरान उन्होंने पुतिन को चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा था कि रूस अगर युद्ध विराम के समझौते से इनकार करता है तो उस पर "विनाशकारी" प्रतिबंध लगाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में बातचीत के लिए अमेरिकी अधिकारी रूस जा रहे हैं.
रूस की शर्तों को लेकर कुछ आशंकाएं भी हैं. कुछ अमेरिकी अधिकारियों, सांसदों और एक्सपर्ट्स ने कहा है कि पुतिन सीजफायर का इस्तेमाल अपने मतलब के लिए कर सकते हैं. वो अमेरिका, यूक्रेन और यूरोप में फूट डालने और युद्धविराम को लेकर किसी भी बातचीत को कमजोर करने के लिए अपनी शर्तों इस्तेमाल कर सकते हैं.
वाशिंगटन स्थित रूसी दूतावास और वॉइट हाउस का इस मामले पर अभी कोई जवाब नहीं आया है.
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