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जातिगत जनगणना पर RSS ने रख दी अपनी बात, भड़की कांग्रेस ने किया बड़ा वादा

RSS ने कहा कि हिंदू धर्म में जाति संवेदनशील मामला है. चुनाव से ऊपर उठकर इस पर विचार किया जाना चाहिए. किसी की प्रगति के लिए जरूरी हो तो जाति जनगणना हो. सिर्फ चुनावी लाभ हासिल करने के लिए जातीय जनगणना ना हो.

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RSS का जाति जनगणना पर बड़ा बयान (फोटो-X/RSS)

कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कई विपक्षी दल लगातार जातिगत जनगणना की मांग उठा रहे हैं. इस बीच OBC कल्याण संबंधी संसदीय समिति में शामिल विपक्षी सांसदों ने समिति में जाति जनगणना पर चर्चा की मांग की है. उनकी मांग का NDA की सहयोगी पार्टी JDU ने भी समर्थन किया है. अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने जातिगत जनगणना पर बड़ा बयान दिया है. RSS ने कहा है कि इस जनगणना को सिर्फ चुनावी लाभ के लिए नहीं करवाया जाए.

आजतक से जुड़े हिमांशु मिश्रा की रिपोर्ट के मुताबिक, 2 अगस्त को RSS ने जातीय जनगणना और महिला सुरक्षा जैसे संवेदनशील मुद्दों पर महत्वपूर्ण बयान दिया है. RSS के एक राष्ट्रीय समन्वय सम्मेलन के बाद एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए RSS के प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने संघ की ओर से बयान दिया. संगठन ने समाज की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए जाति जनगणना को लेकर अपनी चिंताएं जाहिर की हैं. साथ ही, महिला सुरक्षा के लिए नए कदम उठाने की बात कही है. 

RSS ने क्या कहा?
RSS ने जातीय जनगणना को एक संवेदनशील मुद्दा बताते हुए कहा, 

“जाति जनगणना से समाज की एकता और अखंडता को खतरा हो सकता है. पंच परिवर्तन के तहत इस पर चर्चा की गई है, और संगठन ने निर्णय लिया है कि मास लेवल पर समरसता को बढ़ावा देने के लिए कार्य किया जाएगा. हमारे समाज में जातिगत प्रतिक्रियाओं का संवेदनशील मुद्दा है और यह राष्ट्रीय एकीकरण के लिए महत्वपूर्ण है. लेकिन जाति जनगणना का इस्तेमाल चुनाव प्रचार और चुनावी उद्देश्यों के लिए नहीं किया जाना चाहिए. लेकिन कल्याणकारी उद्देश्यों के लिए और विशेष रूप से दलित समुदाय की संख्या जानने के लिए सरकार उनकी संख्या की गणना कर सकती है.”

RSS के इस बयान पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. कांग्रेस के आधिकारिक X हैंडल से पोस्ट कर लिखा गया, 

“RSS ने जातिगत जनगणना का खुलकर विरोध कर दिया है. उसका कहना है कि जातिगत जनगणना समाज के लिए सही नहीं है. इस बयान से साफ है कि बीजेपी और RSS जातिगत जनगणना नहीं कराना चाहते. वे दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को उनका हक नहीं देना चाहते. लेकिन लिखकर रख लीजिए- जातिगत जनगणना होगी और कांग्रेस ये कराएगी.”

आगे कांग्रेस ने दावा किया कि वो लिख कर दे रही है कि कांग्रेस जातिगत जनगणना करा कर ही रहेगी.

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