फ्रांस में चार दिन तक मानव तस्करी (Human Trafficking) के संदेह में रोका गया विमान 276 यात्रियों के साथ 26 दिसंबर को मुंबई एयरपोर्ट (Mumbai Airport) पहुंच गया. एयरबस ए-340 विमान ने देर रात करीब ढाई बजे फ्रांस के वैट्री हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी और सुबह 4 बजे मुंबई एयरपोर्ट पहुंचा. दुबई से निकारागुआ (Nicaragua) जा रहे विमान में कुल 303 यात्री थे लेकिन मुंबई पहुंचे विमान में केवल 276 यात्री ही थे. बाकी बचे यात्रियों में से 25 लोगों ने फ्रांस में शरण के लिए आवेदन करने की इच्छा जताई है. विमान में ज्यादातर भारतीय यात्री सवार हैं जिनमें से एक तिहाई गुजरात से हैं. रिपोर्ट के अनुसार, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि निकारगुआ ले जाने की बजाय विमान को मुंबई क्यों लैंड कराया गया.
फ्रांस से 276 यात्रियों को लेकर मुंबई एयरपोर्ट पहुंचा विमान, 27 यात्री वहीं क्यों रुक गए?
विमान में ज्यादातर भारतीय यात्री सवार हैं जिनमें से एक तिहाई गुजरात से हैं. भारतीय दूतावास ने फ्रांस की सरकार को थैंक्यू बोला है.
चार्टर्ड एयरबस ए340 ने गुरुवार को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से सेंट्रल अमेरिका के लिए उड़ान भरी थी. बीबीसी के अनुसार, ईंधन भरने के दौरान प्लेन जब रुकी तो वहां मौजूद अधिकारियों को मानव तस्करी का संदेह पैदा हुआ. जिसके बाद 303 यात्रियों वाली चार्टर फ्लाइट को पेरिस से 130 किलोमीटर दूर वेट्री एयरपोर्ट पर रोक दिया गया. NDTV की एक रिपोर्ट के मुताबिक, विमान में सवार 25 लोगों ने फ्रांस में शरण के लिए आवेदन करने की इच्छा जताई थी, जिसके बाद वह फ्रांस में ही रुके हैं. इनमें 5 नाबालिग भी शामिल हैं.
शरण के लिए किये गए आवेदन की जांच पेरिस एयरपोर्ट पर की जाएगी. रिपोर्ट की मानें तो अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत शरण की मांग करने वालों को उनके मूल देश में वापस नहीं भेजा जा सकता है. वहीं 2 अन्य लोगों को मानव तस्करी के आरोपों की पूछताछ के लिए रोका गया है. इन्हें फ्रांस से निष्कासन आदेश मिला हुआ है.
रोमानिया के लीजेंड एयरलाइन्स के विमान A 340 ने 276 यात्रियों को लेकर वैट्री एयरपोर्ट से स्थानीय समयानुसार सोमवार को दोपहर 2.30 बजे उड़ान भरी. रिपोर्ट के अनुसार, पहले विमान को सुबह लगभग 10 बजे उड़ान भरने की उम्मीद थी. लेकिन कुछ यात्री अपने मूल देश नहीं लौटना चाहते थे, जिस कारण विमान के उड़ान भरने में देरी हुई.
फ्रांस में मौजूद भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर सरकार को थैंक्यू बोलाफ्रांस में भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर 25 दिसंबर को एक ट्वीट कर फ्रांस की सरकार का धन्यवाद ज्ञापन किया. ट्वीट में लिखा गया है,
“भारतीय यात्रियों के घर लौटने की प्रक्रिया को सुगम बनाने और मामले के जल्द समाधान के लिए फ्रांस की सरकार और वैट्री हवाई अड्डे का धन्यवाद.इसके साथ ही यात्रियों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए मौके पर मौजूद दूतावास टीम के साथ मिलकर काम करने के लिए भी धन्यवाद. साथ में भारतीय एजेंसियों का भी आभार.”
अमेरिका में एंट्री की इच्छा रखने वाले अप्रवासियों के लिए निकारागुआ एक लोकप्रिय गंतव्य बन गया है. यहां हर साल अवैध रूप से कई अप्रवासी अमेरिका की सीमा में घुसते हैं. रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2023 में 96,917 भारतीयों ने अमेरिका में अवैध रूप से एंट्री करने की कोशिश की. यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में 51.61 फीसदी अधिक है.
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