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IAS अफसर रहे शख्स ने अपनी पहली सैलरी बताई, आज की सैलरी पर बहस छिड़ गई

रिटायर्ड IAS ऑफिसर ने TCS की तरफ से मिले अपॉइंटमेंट लेटर को साझा किया. ये उनका पहला जॉब ऑफर था.

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रोहित फिलहाल नेशनल कंज्यूमर डिस्प्यूट रिड्रेसल कमीशन (NCDRC) में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. (फोटो- X)

इकोनॉमिक्स में एक कॉन्सेप्ट है इनकम का. इनकम माने, आपकी मेहनत के बदले जो सैलरी आपको दी जाती है. ये स्टाइपेंड (भत्ते) के रूप में भी हो सकती है. हमारे जैसे मिलेनियल्स या GenZ किड्स के माता-पिता तो अक्सर 30-40 साल पहले मिली सैलरी की बात करते रहते हैं. वो ये भी बताते हैं कि उनके जमाने में कोई चीज कितने रुपये (सस्ती नहीं!) में मिला करती थी. जमाना बदला, लोगों के खर्चे बदले और इसी क्रम में कुछ हद तक सैलरी भी बढ़ी. 30-40 साल पहले की बात बताने के तरीके में भी बदलाव आया. X पर एक रिटायर्ड IAS ऑफिसर ने अपनी पहली सैलरी शेयर की जो टॉपिक ऑफ डिस्कशन बन गया.

रोहित कुमार सिंह रिटायर्ड IAS ऑफिसर हैं. सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. रोहित ने 29 सितंबर को एक पोस्ट शेयर किया. पोस्ट में उन्होंने TCS की तरफ से मिले अपॉइंटमेंट लेटर को साझा किया. ये उनको मिला पहला जॉब ऑफर था. 40 साल पहले मिले इस ऑफर लेटर को पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा,

“40 साल से कुछ थोड़ा पहले, मुझे IIT BHU में कैंपस रिक्रूटमेंट के जरिए TCS मुंबई में पहली नौकरी मिली थी. 1300 रुपये सैलरी थी. नरीमन पॉइंट पर एयर इंडिया बिल्डिंग की 11वीं मंज़िल से समुद्र का नज़ारा वाकई शानदार था!”

रोहित ने जो लेटर पोस्ट किया वो 20 जून, 1984 का है. इस पर बाकायदा TCS के (तत्कालीन) जनरल मैनेजर के साइन के साथ. रोहित के ये लेटर पोस्ट करते ही X पर लोगों के कमेंट्स की बाढ़ आ गई. एक शख्स ने उनकी IAS के तौर पर पहली सैलरी के बारे में पूछा. जवाब में रोहित ने बताया कि ट्रेनी IAS के तौर पर उनकी पहली सैलरी 2200 रुपये थी.

अब सैलरी की बात हो ही रही थी तो लोगों ने TCS की अभी की सैलरी की बात भी छेड़ दी. एक यूजर ने लिखा,

“40 साल के लिए 8 परसेंट इंटरेस्ट पर अगर 1300 रुपये FD में लगाए जाएं तो ये 28 हजार रुपये होता है. 2024 में TCS फ्रेशर को 16 हजार रुपये सैलरी देती है. अच्छा हुआ आपने TCS छोड़ दी. ये लोगों का करियर मार रही है.”

एक सज्जन ने लिखा,

“1984 में हर महीने 1300 रुपये काफी होते थे. शायद आज के हर महीने 1 लाख रुपये के बराबर!”

अनिल नाम के एक यूजर ने लिखा,

“ट्रेनी इंजीनियर के तौर पर मैंने हर महीने 542.50 रुपये पर काम किया. क्योंकि मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिस्टिंक्शन आई थी तो मुझे पोखरण-1 के बाद हैदराबाद स्थित न्यूक्लियर फ्यूल कॉम्प्लेक्स में डेप्यूटेशन पर भेज दिया गया था.”

रोहित 1989 बैच के राजस्थान कैडर के IAS अधिकारी रहे हैं. TCS मुंबई में रोहित ने कुछ समय के लिए ही काम किया था. जिसके बाद वो कंप्यूटर इंजीनियरिंग में मास्टर्स डिग्री के लिए वो न्यूयॉर्क स्थित क्लार्कसन यूनिवर्सिटी चले गए थे.

रोहित ने IIT BHU से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की थी. फिलहाल वो नेशनल कंज्यूमर डिस्प्यूट रिड्रेसल कमीशन (NCDRC) में अपनी सेवाएं दे रहे हैं.

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