BJP के कुछ नेताओं ने नवरात्रि के मौके पर मांस-मछली की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की है. दिल्ली से लेकर जम्मू तक बीजेपी नेताओं ने लोगों की ‘धार्मिक भावनाओं का सम्मान’ करने की अपील करते हुए 10 दिनों तक मांसाहार की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने को कहा है. इस मसले पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद भी BJP विधायक रविंद्र नेगी के साथ एकमत दिखे.
BJP नेताओं की मांग, 'नवरात्रि में मीट की दुकानें बंद करो', कांग्रेस MP इमरान मसूद का खुला समर्थन
दिल्ली के पटपड़गंज से BJP विधायक रविंद्र सिंह नेगी ने नवरात्र के मौके पर मीट की दुकानों को बंद करने की मांग उठाई है. उन्होंने कहा कि अगर यह निर्देश दिल्ली पर लागू नहीं हुए तब भी वो इसे अपने विधानसभा क्षेत्र में लागू कराने की कोशिश करेंगे.

दिल्ली के पटपड़गंज से BJP विधायक रविंद्र सिंह नेगी ने नवरात्रि के मौके पर मीट की दुकानें बंद करने की मांग उठाई है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा कि अगर यह निर्देश दिल्ली पर लागू नहीं हुए तब भी वो इसे अपने विधानसभा क्षेत्र में लागू कराने की कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा,
“पहले मेरे इलाके में मंदिरों के सामने मंगलवार को मटन की दुकानें खुलती थीं. मैंने उन्हें बंद कराने का अभियान चलाया. अब वे दुकानें मंगलवार को बंद रहती हैं. नवरात्रि साल में दो बार आता है. मैं सभी व्यापारियों से मंगलवार को अपनी दुकानें बंद करने का आग्रह करता हूं. इसके अलावा नवरात्रि में सभी मीट की दुकानों को बंद रखा जाए, खासकर मंदिर के सामने की दुकानें.”
रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी विधायक ने डीएम और एमसीडी कमिश्नर को इस मसले को लेकर लेटर लिखने की बात कही है.
हिंदू कैलेंडर के मुताबिक, चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से 6 अप्रैल तक चलेगा. वहीं, ईद भी संभवत: 31 मार्च या 1 अप्रैल को मनाई जा सकती है. ऐसे में दो धर्मों के प्रमुख त्योहार एक साथ पड़ने जा रहे हैं. इसे लेकर नेगी ने कहा,
“यह एक लोकतात्रिंक देश है जहां सभी धर्मों के लोग अपना त्योहार मनाते हैं. लेकिन यह मीठी ईद है. इसमें आप लोगों को सेवइयां खिलाना चाहिए.”
बीजेपी विधायक ने कहा कि सही समय आने पर यह मुद्दा विधानसभा में भी उठाया जाएगा. रविंद्र नेगी के अलावा BJP सांसद योगेंद्र चंदौलिया और जरनैल सिंह ने भी नवरात्रि के दौरान मीट की दुकानों को बंद करने की मांग की है.
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कांग्रेस सांसद ने किया समर्थनदिलचस्प बात ये कि बीजेपी नेताओं की इस मांग को कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने भी समर्थन किया है. यूपी के सहारनपुर से लोकसभा सांसद इमरान ने कहा कि हमें एक-दूसरे के धर्म और पर्व का सम्मान करना चाहिए. आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस के सांसद ने कहा,
“मैं तो मीट खाता नहीं हूं. इसमें अगर एक दिन मीट नहीं खाओगे तो दिक्कत क्या है? अगर 10 दिन मीट नहीं खाओगे तो कोई घिस नहीं जाओगे. दूसरे को अगर इससे खुशी मिल रही है तो उसको खुशी देने में दिक्कत क्या है?”
इमरान मसूद ने कहा कि सभी की भावना का सम्मान करना भारतीय संस्कृति का हिस्सा है.
जम्मू में BJP ने उठाई मांग, नेशनल कांफ्रेंस ने किया विरोधदिल्ली के अलावा जम्मू कश्मीर में भी नवरात्रि के दौरान मीट की दुकानों को बंद करने का मुद्दा उठा. आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में BJP विधायक विक्रम रंधावा और अरविंद गुप्ता ने नवरात्रि के दौरान मीट और शराब की दुकानें बंद करने की मांग की है. इन विधायकों का तर्क है कि लोगों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान किया जाना चाहिए.
लेकिन जम्मू-कश्मीर सरकार में कैबिनेट मंत्री सतीश शर्मा की राय थोड़ी अलग है. उन्होंने इंडिया टुडे से खास बातचीत में कहा कि इस मुद्दे को लोगों पर थोपा नहीं जाना चाहिए. उन्होंने कहा,
“जम्मू कश्मीर एक धर्मनिरपेक्ष राज्य है जहां लोग आपसी सौहार्द के साथ रहते हैं. यहां कोई भी आदेश लोगों पर थोपना नहीं चाहिए. लोगों को आपस में बातचीत करके कोई भी कदम उठाना चाहिए. ”
वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक तनवीर सादिर ने मीट की दुकानों को बंद करने के फैसले का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि मीट की दुकानों को महज धार्मिक कारणों से बंद नहीं कर सकते.
इसके अलावा मीट की दुकानों को बंद करने की मांग यूपी के वाराणसी में भी उठी है. आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, ज्ञानवापी मामले में हिंदू पक्ष की वादी महिलाओं और पैरोकारों ने जिला प्रशासन से नवरात्रि के दौरान मांस और मछली की दुकानों को पूरी तरह बंद करने की मांग की है.
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