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RAU's IAS कोचिंग सेंटर के मालिक और कोऑर्डिनेटर अरेस्ट, एक बड़ी लापरवाही पता चल गई

Delhi के राजेंद्र नगर की कोचिंग - RAU's IAS Study Circle - में हुए हादसे के बाद कोचिंग सेंटर के मालिक और कोऑर्डिनेटर को गिरफ्तार कर लिया गया है. कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन स्टूडेंट्स की मौत हो गई थी. अब इस मामले में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. कोचिंग के अन्य छात्रों ने भी बताया है कि बारिश में क्या हाल होता है?

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कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गुप्ता (साभार: इंडिया टुडे)
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अरविंद ओझा

दिल्ली के राजेंद्र नगर की एक कोचिंग में हुए हादसे के बाद कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गुप्ता और कोऑर्डिनेटर देशपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने इनके खिलाफ बीएनएस की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या), 106 (1) (लापरवाही से मृत्यु), 115/2 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 290 (इमारतों के निर्माण या मरम्मत करने के संबंध में लापरवाही) और 35 के तहत एफआईआर दर्ज की है. कोचिंग सेंटर के मैनेजमेंट और सिविक एजेंसी के लोग भी जांच के दायरे में हैं.

शनिवार देर शाम कोचिंग सेंटर - RAU's IAS Study Circle - के बेसमेंट में पानी भरने से UPSC की तैयारी कर रहे तीन स्टूडेंट्स की मौत हो गई थी. इनकी पहचान श्रेया यादव, तानिया सोनी और नेविन डेल्विन के रूप में हुई है. श्रेया यादव यूपी के अम्बेडकरनगर जिले की रहने वाली थीं. परिजनों ने बताया कि रात में न्यूज के जरिए उन्हें हादसे की जानकारी मिली. दिल्ली पहुंचने पर पता चला कि श्रेया की मौत हो चुकी है.

श्रेया के चाचा धर्मेंद्र यादव ने ANI को बताया,

राव कोचिंग की खबर देखकर हम राजेंद्र नगर पहुंचे. हॉस्टल और कोचिंग में गए लेकिन कुछ पता नहीं चला. फिर एक अधिकारी ने बताया कि श्रेया नाम की छात्रा की मौत हो चुकी है और उसे RML अस्पताल ले जाया गया है. मैंने शव नहीं देखा है. काफी उम्मीदों से भतीजी को IAS बनने के लिए दिल्ली भेजा था लेकिन सिस्टम की नाकामी के चलते वो हमारे साथ नहीं है. कोचिंग के मालिक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज होना चाहिए.

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 श्रेया यादव और  नेविन डेल्विन (फोटो- आजतक) 

बाकी दो मृतक स्टूडेंट्स में से तानिया सोनी तेलंगाना और नेविन डेल्विन केरल के रहने वाले थे. तीनों छात्रों के शवों को RML शवगृह भेज दिया गया है.

बड़ी लापरवाही पता लगी

आजतक को मिली Fire NOC की कॉपी से पता चलता है कि कोचिंग के बेसमेंट का इस्तेमाल सिर्फ स्टोरेज के लिए किया जाना था. Delhi Fire Service के प्रमुख ने कहा कि बेसमेंट को स्टोरेज के उद्देश्य से NOC दी गई थी, जिसका कोचिंग ने उल्लंघन किया और छात्रों को वहां बिठा दिया गया. वहां स्टूडेंट्स को पढ़ाया जाता था, जोकि गलत था. इसको लेकर दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने MCD कमिश्नर को निर्देश जारी कर दिए हैं.

मेयर ने कहा,

दिल्ली में ऐसे कई कोचिंग सेंटर हैं जो MCD के अधिकार क्षेत्र में हैं और बेसमेंट में व्यावसायिक गतिविधियां चला रहे हैं. ये बिल्डिंग उपनियमों का उल्लंघन है. उनके खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. हादसे के लिए MCD के कोई अधिकारी जिम्मेदार हैं या नहीं इसकी तत्काल जांच की जाएगी. दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

दिल्ली की मेयर ने ये भी बताया कि कोचिंग सेंटर के बाहर RAF की यूनिट को तैनात कर दिया गया है.

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छात्रों ने बताया बारिश में कैसा हाल होता है

हादसे के बाद से कोचिंग सेंटर के बाहर छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है. छात्र एमसीडी और कोचिंग सेंटर के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि एमसीडी ने कहा है कि यह आपदा है, लेकिन ये पूरी तरह से लापरवाही है.

एक छात्र ने कहा, ‘मैं दो साल से यहां रह रहा हूं. आधा घंटा बारिश होने पर यहां घुटनों तक पानी भर जाता है. ये दो साल से लगातार हो रहा है. आपदा वो होती है जो कभी-कभार होती है लेकिन हम देख रहे हैं कि ये दो साल से हो रहा है.’

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