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आप रतन टाटा को कैसे याद करें? वो खुद बता गए हैं

रतन टाटा के एक पुराने इंटरव्यू का हिस्सा वायरल हो रहा है. इसमें रतन टाटा ने बताया है कि वे लोगों के बीच किस तरह याद किया जाना चाहते हैं.

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मुंबई के वर्ली में रतन टाटा का अंतिम संस्कार होगा. (फोटो- पीटीआई)

टाटा ग्रुप के चेयरपर्सन रहे रतन नवल टाटा के निधन पर देश भर से नेता, उद्योगपति, खिलाड़ी और दूसरे क्षेत्र के लोग उन्हें याद कर रहे हैं. कई लोगों ने रतन टाटा के साथ बिताए अपने अनुभवों को भी शेयर किया है. इस बीच रतन टाटा के एक पुराने इंटरव्यू का हिस्सा वायरल हो रहा है. इसमें रतन टाटा ने बताया है कि वे लोगों के बीच किस तरह याद किया जाना चाहते हैं.

86 साल के रतन टाटा का 9 अक्टूबर को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया था. वे पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे. 7 अक्टूबर को भी वे अस्पताल में भर्ती हुए थे. हालांकि, तब उन्होंने अपने स्वास्थ्य को लेकर चल रही बातों को अफवाह बताया था. और कहा था कि वे रूटीन मेडिकल जांच के लिए अस्पताल गए थे.

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी रतन टाटा का वीडियो शेयर किया है. इसमें रतन टाटा कहते हैं, 

"...जैसा कि मैंने पहले कहा था, मैं एक ऐसे व्यक्ति के रूप में याद किया जाना चाहता हूं जिसने कुछ अलग किया हो. ना इससे ज्यादा और ना इससे कम."

ये क्लिप फरवरी 2018 है, जब रतन टाटा ने CNBC-TV18 को इंटरव्यू दिया था. इस इंटरव्यू में टाटा से पूछा गया था कि उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि क्या रही है, इस पर उन्होंने कहा था, 

"मैं इसका जवाब सही से नहीं दे सकता हूं. कई ऐसे पल होते हैं जब आपको संतुष्टि होती है."

CNBC-TV18 के ही एक और इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि वे एक ऐसे व्यक्ति के तौर पर याद किया जाना चाहते हैं, जो बदलाव लाने में सक्षम था.

इसी तरह रतन टाटा के कई और वीडियो वायरल हो रहे हैं. लोग उनके साथ बिताए पल को याद कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके साथ की कई तस्वीरें शेयर की और शोक जताते हुए कहा कि रतन टाटा एक दूरदर्शी बिजनेस लीडर और असाधारण इंसान थे.

‘भारत रत्न’ देने की मांग

महाराष्ट्र कैबिनेट ने 10 अक्टूबर एक प्रस्ताव पारित किया है. इसमें केंद्र सरकार से रतन टाटा को ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किए जाने की मांग की है. ये देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. रतन टाटा को देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘पद्म विभूषण’ से सम्मानित किया जा चुका है.

रतन टाटा ने 1991 में टाटा समूह के चेयरपर्सन का पदभार संभाला था. जेआरडी टाटा 50 साल से भी अधिक समय तक इस पद पर रहे थे. चेयरपर्सन बनने के बाद रतन टाटा ने लगातार समूह के बिजनेस का विस्तार किया. 20 साल से ज्यादा समय तक इस पद पर रहते हुए उन्होंने टाटा ग्रुप को ग्लोबल बना दिया. कई विदेशी कंपनियों को अधिगृहीत भी किया.

वीडियो: रतन टाटा ने एयर इंडिया को वापस लेकर भारतीयों को एक मैसेज दिया