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रमेश बिधूड़ी के घटिया बयान पर चेयर ने एक्शन क्यों नहीं लिया? ओम बिरला को पत्र लिखकर बताया

बिधूड़ी के बयान के दौरान कांग्रेस के चीफ व्हिप कोडिकुन्निल सुरेश चेयर पर बैठे थे. अब उन्होंने ओम बिरला से बिधूड़ी को निलंबित करने की मांग की है.

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बीजेपी सांसद ने दानिश अली के खिलाफ सांप्रदायिक बयान दिया था (फोटो- संसद टीवी)

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद रमेश बिधूड़ी के संसद में दिये गए सांप्रदायिक बयान पर विवाद थम नहीं पाया है. अब कांग्रेस के चीफ व्हिप कोडिकुन्निल सुरेश ने बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई के लिए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखा है. 21 सितंबर को जब रमेश बिधूड़ी ने लोकसभा में घटिया बयानबाजी की थी, तब सुरेश खुद चेयर पर बैठकर सदन का संचालन कर रहे थे. हालांकि उन्होंने कहा कि ट्रांसलेशन की सही सुविधा नहीं होने के कारण और सदन में हंगामे के कारण उस दौरान वे बिधूड़ी के शब्दों को सही तरीके से समझ नहीं पाए थे. लेकिन सदस्यों की मांग पर उनके शब्दों को कार्यवाही से हटाने का निर्देश दिया.

रमेश बिधूड़ी ने बहुजन समाज पार्टी (BSP) के सांसद कुंवर दानिश अली के खिलाफ गाली देते हुए सांप्रदायिक बयानबाजी की थी. समाचार एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, अब के सुरेश ने लोकसभा स्पीकर को चिट्ठी में लिखा है कि दानिश अली के खिलाफ बिधूड़ी के "घटिया और सांप्रदायिक" बयान ने सदन को शर्मसार किया है. उन्होंने बिधूड़ी को निलंबित करने की मांग करते हुए लिखा, 

"एक सांसद का लोकतंत्र के इस पवित्र सदन में नफरती व्यवहार कभी बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए. इस मामले को विशेषाधिकार समिति को भेजा जाना चाहिए, ताकि दानिश अली को न्याय मिल सके."

के सुरेश केरल मवेलिकारा से सांसद हैं. वे लोकसभा में चेयरपर्सन पैनल के सदस्य भी हैं. ऐसे सदस्य स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के नहीं होने पर सदन को संचालित करते हैं.

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उन्होंने अपने पत्र में आगे लिखा, 

"मैं ये पत्र आपको इसलिए लिख रहा हूं ताकि आप उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई करें. जबसे मैंने लोकसभा में चेयरपर्सन के पैनल की जिम्मेदारी संभाली है, मेरी कोशिश रही है कि संविधान और पवित्र सदन के मूल्यों को बनाया रखा जाए. इसलिए मैं मांग करता हूं कि रमेश बिधूड़ी के खिलाफ हरसंभव तरीके से कड़ी कार्रवाई करें और उन्हें सदन से निलंबित करें."

BJP सांसद ने क्या आरोप लगाया?

एक तरफ विपक्ष के नेता रमेश बिधूड़ी के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वहीं, बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने भी दानिश अली पर आरोप लगाए कि उन्होंने संसद में पीएम मोदी के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया और उसकी भी जांच होनी चाहिए. उन्होंने समाचार एजेंसी ANI से कहा, 

"रमेश बिधूड़ी ने जिन शब्दों का इस्तेमाल किया, वो बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है. लेकिन उस दिन मैं भी सदन में था. दानिश अली भी वहां बार-बार प्रधानमंत्री जी को नीच कह रहे थे. मैंने स्पीकर से कहा कि वो इसकी जांच कराएं."

हालांकि दानिश अली ने बताया कि उनके खिलाफ नैरेटिव चलाने की कोशिश हो रही है. दानिश अली ने एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा, 

"आज (23 सितंबर) भाजपा के कुछ नेता एक नैरेटिव चलाने का प्रयास कर रहे हैं कि संसद में मैंने श्री रमेश बिदूरी को भड़काया, जबकि सच्चाई यह है कि मैंने प्रधानमंत्री पद की गरिमा को बचाने का काम किया और सभापति जी को मोदी जी से संबंधित घोर आपत्तिजनक शब्दों को सदन की कार्रवाई से हटाने की मांग की थी."

बिधूड़ी के बयान पर रक्षा मंत्री राजनाध सिंह ने लोकसभा के भीतर ही माफी मांगी थी. राजनाथ सिंह ने कहा था कि अगर उन्होंने (बिधूड़ी) ऐसा कुछ बोला है तो वे इसके लिए माफी मांगते हैं. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी बिधूड़ी को चेतावनी दी कि अगर ऐसी चीजें दोहराई जाती हैं तो उनके खिलाफ "कड़ी कार्रवाई" की जाएगी.

बीजेपी ने भी रमेश बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी किया. उनसे संसद में घटिया बयानबाजी के लिए 10 दिन के भीतर जवाब मांगा गया है.

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