The Lallantop

राज्यसभा चुनाव में BJP ने ऐसे फंसाया पेच, जानिए कैसे होगा हार-जीत का फैसला

Rajya Sabha Elections 2024: BJP ने राज्यसभा के लिए UP में अपना आठवां उम्मीदवार उतार कर पेंच फंसा दिया है. इस बीच सपा खेमे में भी 8 विधायकों ने पार्टी मीटिंग में ना पहुंच कर इन चुनावों को नाटकीय मोड़ पर पहुचा दिया है.

post-main-image
UP की 10 सीटों पर चुनाव होना है. (फाइल फोटो: इंडिया टुडे)

राज्यसभा (Rajya Sabha Election) की 15 सीटों के लिए 3 राज्यों में 27 फरवरी को चुनाव होना है. देश भर के 15 राज्यों की 56 राज्यसभा सीटें खाली थीं. इनसब पर उम्मीदवारों का चयन होना है. 12 राज्यों की 41 सीटों के लिए चुनाव कराने की जरूरत नहीं पड़ी. यहां उम्मीदवार निर्विरोध चुन लिए गए. लेकिन पेच फंस गया उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh), कर्नाटक (Karnataka) और हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में. इन राज्यों की 15 सीटों पर चुनाव के माध्यम से उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा.

उत्तर प्रदेश में 10 सीटों पर चुनाव होंगे. राज्य में भाजपा के पास 7 उम्मीदवारों को और समाजवादी पार्टी के पास 3 उम्मीदवारों को निर्विरोध तरीके से राज्यसभा भेजने का विकल्प था. लेकिन मामला फंस गया आठवें सीट पर. भाजपा ने संजय सेठ को अपने आठवें उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा है. इस कारण से एक सीट पर कड़ी टक्कर की संभावना बन रही है. संजय सेठ एक उद्योगपति और पूर्व सपा नेता हैं. उन्होंने 2019 में भाजपा पार्टी का दामन थामा था. राज्य की 7 राज्यसभा सीटों पर भाजपा की जीत तय मानी जा रही है.

इसके अलावा कर्नाटक की 4 और हिमाचल प्रदेश की 1 सीट के लिए राज्यसभा उम्मीदवार का चयन किया जाएगा. 

हिमाचल प्रदेश की 1 सीट पर कांग्रेस की जीत तय मानी जा रही है. वहीं कर्नाटक की 3 सीटों पर कांग्रेस की जीत हो सकती है.

ये भी पढ़ें: राज्यसभा चुनाव में विधायक कागज पर क्या लिखते हैं? विस्तार से जानें

Rajya Sabha Election Formula

राज्यसभा के चुनाव में जीत के लिए एक तय संख्या में वोट हासिल करना होता है. जिसे कोटा कहते हैं. इसका फॉर्मूला कुछ इस तरह होता है-

{कुल वोटों की संख्या/(राज्यसभा सीटों की संख्या+1)}+1

इस चुनाव में सभी राज्यों की विधानसभाओं के विधायक वोट डालते हैं. विधान परिषद इस चुनाव में हिस्सा नहीं लेते. कोट तय करने के लिए फॉर्मूला कुछ इस तरह काम करता है. जितनी राज्यसभा सीटों पर चुनाव होने हैं उसमें एक जोड़ा जाता है फिर उससे विधायकों में भाग दिया जाता है. जो भागफल प्राप्त होता है उसमें फिर से 1 जोड़ा जाता है. अब जो संख्या मिलता है, एक राज्यसभा उम्मीदवार को जीत के लिए इतने ही वोट की जरूरत पड़ती है. उदाहरण लेते हैं उत्तर प्रदेश का-

उत्तर प्रदेश में 10 राज्यसभा सीटों के लिए वोटिंग होनी है तो इसमें 1 जोड़ा जाएगा. संख्या मिला 11. अब राज्य में कुल 403 विधानसभा सीटें हैं लेकिन वर्तमान में यहां 4 सीटें खाली है. इसलिए यहां कुल वोटों की संख्या यानी कुल विधायकों की संख्या 399 है. अब 399 में 11 से भाग दिया तो मिला- 36.272. राउंड फिगर में इसको 36 मानेंगे. अब इसमें 1 जोड़ेंगे तो 37 होगा. इसका मतलब की UP में राज्यसभा का चुनाव जीतने के लिए एक उम्मीदवार को 37 विधायकों के वोटों की जगरूरत पड़ेगी.

राज्यसभा चुनाव के लिए विधायकों को अपनी पसंद के हिसाब से उम्मीदवारों की लिस्ट बनानी पड़ती है. यानी की उन्हें बताना पड़ता है कि उनकी पहली पसंद कौन है? और इसी हिसाब से दूसरी और तीसरी पसंद कौन है, ये भी बताना पड़ता है.

वीडियो: किसके कहने पर समाजवादी पार्टी बार-बार जया बच्चन को राज्यसभा भेज देती है?