दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर के राव IAS कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने से तीन स्टूडेंट्स की मौत हो गई (Delhi Coaching Centre Flooded Witness). मामले को लेकर भड़के छात्रों ने कोचिंग सेंटर के बाहर MCD के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. हादसे के चश्मदीद छात्रों के बयान सामने आ रहे हैं. उनका कहना है कि बेसमेंट में मौजूद लाइब्रेरी में अचानक बहुत तेजी से पानी भरा जिससे छात्रों को भागने का मौका नहीं मिला. दावा है कि पानी का बहाव इतना तेज था कि छात्र सीढ़िया नहीं चढ़ पा रहे थे.
'मेरी किस्मत थी जो रस्सी मेरे हाथ में आ गई... ' दिल्ली की कोचिंग से बचकर निकले UPSC स्टूडेंट की आपबीती
Delhi के Rau's IAS Study Circle में हुए हादसे के चश्मदीद छात्र ने बताया कि पानी का बहाव इतना तेज था कि हम सीढ़ियां नहीं चढ़ पा रहे थे. 2-3 मिनट के अंदर पूरे बेसमेंट में 10-12 फुट पानी भर गया था. क्या कैसे हुआ? क्यों तीन छात्र बाहर नहीं आ पाए? रेस्क्यू किए गए छात्र ने सब बताया.
आजतक के मुताबिक हादसे के दौरान राव IAS कोचिंग सेंटर (Rau's IAS Study Circle) के बेसमेंट की लाइब्रेरी में लगभग 30 छात्र मौजूद थे. उनमें से कुछ खुद बाहर निकल गए और कुछ को बाद में रेस्क्यू किया गया. मौके पर मौजूद छात्रों के मुताबिक, बेसमेंट में कोचिंग सेंटर की लाइब्रेरी में छात्र सेल्फ स्टडी के लिए जाते थे. एक छात्र ने बताया कि वहां बहुत तेज प्रेशर से पानी आ रहा था और जब तक वो लाइब्रेरी खाली करते, पानी घुटनों तक भर चुका था.
चश्मदीद छात्र ने बताया कि दो-तीन मिनट के अंदर ही बेसमेंट में 10-12 फुट तक पानी भर गया था. छात्र ने कहा,
कोचिंग के बेसमेंट में करीब 25 से 35 बच्चे थे. हमसे अचानक कहा गया कि बेसमेंट खाली करो, पानी भर रहा है. सभी छात्र बचने के लिए भागे. पानी का बहाव बहुत तेज था, इसलिए बहुत जल्दी ही बेसमेंट में भर गया. सीढ़ियों पर चढ़ना मुश्किल होने लगा था. कुछ मिनट बाद हमें निकालने के लिए रस्सी फेंकी गई, लेकिन वो पानी इतना गंदा था कि कुछ नहीं दिख रहा था…
चश्मदीद छात्र ने आगे बताया,
जब रस्सी फेंकी गई तो किस्मत से वो मेरे हाथ में आ गई और मुझे बाहर खींच लिया गया… लगभग बेसमेंट की छत तक पानी छू चुका था, वो दो लड़कियां (जिनकी डेथ हुई) मेरे पीछे ही थीं. एक ने तो मेरा पैर भी पकड़ रखा था. लेकिन पानी इतना ज्यादा था कि वो बाहर नहीं निकल पाईं. मैं उन दोनों को अच्छे से जानता हूं…
छात्र ने आगे बताया,
यहां पहले भी पानी भर चुका है. करीब एक हफ्ते पहले पानी भरा था. तब हमें ऊपर ही रोक दिया गया था. कई बार इस वजह से हमारी क्लास कैंसिल कर दी जाती हैं.
27 जुलाई की शाम को सात बजे फायर डिपार्टमेंट को जानकारी दी गई कि राव IAS स्टडी सर्किल नाम के कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने के चलते तीन छात्र फंस गए हैं. कुछ देर बाद मौके पर फायर डिपार्टमेंट की पांच गाड़ियां पहुंचीं और पानी को पंप करके बाहर निकाला गया. फंसे हुए छात्रों को बचाने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के गोताखोरों को भी तैनात किया गया.
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मृतकों की पहचान हुईरात करीब साढ़े दस बजे वहां से दो छात्राओं के शव मिले. कुछ देर बाद एक और शव बरामद किया गया. इस हादसे में जिस छात्र की मौत हुई है, वो केरल का रहने वाला था. नेविन डाल्विन के रूप में उसकी पहचान हुई है, डाल्विन बीते आठ महीनों से तैयारी कर रहा था. वह दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) से पीएचडी कर रहा था. जिन छात्राओं की मौत हुई उनकी पहचान तान्या सोनी (25) पुत्री विजय कुमार, श्रेया यादव (25) पुत्री राजेंद्र यादव के रूप में हुई है.
दिल्ली पुलिस ने बताया है कि इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.
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