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राजस्थान के सीनियर IAS के यहां पड़ी थी ACB की रेड, बड़ी कार्रवाई हो गई

प्रमोटेड IAS विजय ने पिछले हफ़्ते, 25 सितंबर को ही कोटा संभागीय आयुक्त का पदभार संभाला था. इससे पहले वे बारां और बालोतरा के ज़िला कलेक्टर रह चुके हैं.

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जांच शुरू होने के कुछ समय बाद ही राजस्थान सरकार ने IAS राजेंद्र विजय को पद से हटा दिया.

बुधवार, 3 अक्टूबर को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने राजस्थान के कोटा संभागीय आयुक्त राजेंद्र विजय के चार ठिकानों पर छापे मारे. उनके ख़िलाफ़ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज है. समाचार एजेंसी PTI के इनपुट्स के मुताबिक़, ACB की टीमों ने एक गुप्त सूचना के आधार पर कोटा में दो और जयपुर में एक जगह पर क़रीब आठ घंटों तक तलाशी ली. इसके अलावा दौसा में उनके पैतृक घर को भी सील कर दिया गया है. 

जांच टीम को 2.22 लाख रुपये नकद, 335 ग्राम सोने के आभूषण, 11.8 किलोग्राम चांदी के आभूषण, तीन चौपहिया वाहन और 13 वाणिज्यिक और आवासीय ज़मीन के दस्तावेज़ मिले हैं. जांच दल को विजय से जुड़े 16 बैंक खातों के बारे में भी पता चला है. कई बीमा पॉलिसी के दस्तावेज़ और एक बैंक लॉकर का ब्यौरा भी मिला, जिसकी तलाशी ली जानी बाक़ी है.

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संपत्तियों की सूची बनाने और उनकी क़ीमत गिनने के बाद ही स्थापित हो गया था कि यह आय से अधिक संपत्ति का केस है. इसके बाद मंगलवार, 1 अक्टूबर को FIR दर्ज की गई और कोर्ट से तलाशी वॉरंट लिया गया था. 

आज, 3 अक्टूबर को जांच शुरू हुई और इसके कुछ समय बाद ही राजस्थान सरकार ने राजेंद्र विजय को पद से हटा दिया और उन्हें 'पोस्टिंग ऑर्डर की प्रतीक्षा' (APO) में डाल दिया. माने अनिश्चित काल के लिए. संभागीय आयुक्त के पद का अतिरिक्त प्रभार कोटा कलेक्टर डॉ. रवींद्र गोस्वामी को दिया गया है. 

प्रमोटेड IAS विजय ने पिछले हफ़्ते, 25 सितंबर को ही कोटा संभागीय आयुक्त का पदभार संभाला था. इससे पहले वे बारां और बालोतरा के ज़िला कलेक्टर रह चुके हैं. 

उनके ऊपर ऐसा केस पहली बार नहीं लगा है. यह तीसरी बार है.

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