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बलात्कार के आरोपी पर कार्रवाई नहीं हुई, तो दलित महिला गिरफ्तारी की मांग लेकर पानी की टंकी पर चढ़ गई

महिला ने 16 जनवरी को आरोपी के ख़िलाफ़ रेप का मामला दर्ज करवाया था. लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. मजबूरन महिला को ये कदम उठाना पड़ा.

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महिला को फिलहाल हिरासत में लिया गया है. (सांकेतिक फ़ोटो/आजतक)

राजस्थान में बलात्कार पीड़ित एक दलित महिला आरोपी की गिरफ्तारी की मांग लेकर पानी की टंकी पर चढ़ गई. बाद में पुलिस वहां पहुंची और महिला को नीचे आने के लिए मनाया.

NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक़ महिला टंकी पर 12 फरवरी की सुबह चढ़ी थीं. उन्होंने 16 जनवरी को पप्पू गुज्जर के ख़िलाफ़ रेप का मामला दर्ज करवाया था. लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं होने की वजह से महिला जिला कलेक्टर कार्यालय के पास पानी की टंकी पर चढ़ गई. वो आरोपी की तत्काल गिरफ़्तारी की मांग कर रही थीं.

रिपोर्ट के मुताबिक़ बाद में राजस्थान पुलिस के जवान भी टंकी पर चढ़ गए. उन्होंने महिला से बातचीत की. उन्हें मनाने की कोशिश की. और बाद में उन्हें नीचे लेकर आ गए. इस बीच महिला पुलिसकर्मियों ने पानी की टंकी के नीचे चारों ओर सुरक्षा जाल भी लगा दिया था.

पुलिस ने NDTV को बताया कि महिला दूसरे जिले की हैं. उन्हें फिलहाल हिरासत में लिया गया है. मामले की जांच DSP लेवल के अधिकारी कर रहे हैं.

इस घटना को लेकर दलित समुदाय के लोग गुस्से में हैं. उनका आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में लापरवाही बरती है. उनका कहना है कि पुलिस मामले में आरोपियों के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई करने में नाकाम रही है.

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नौकरी का झांसा देकर 20 महिलाओं से गैंगरेप का आरोप

ऐसे ही एक और केस में, राजस्थान के एक नगर परिषद सभापति और एक पूर्व आयुक्त पर 15-20 महिलाओं के साथ गैंगरेप का आरोप लगा है. पाली जिले की एक महिला ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है. आरोप है कि उन्होंने नौकरी का झांसा देकर महिलाओं के साथ रेप किया और वीडियो बना कर उन्हें ब्लैकमेल कर रहे थे. पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.

आजतक से जुड़े अशोक शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान के सिरोही नगर परिषद सभापति महेंद्र मेवाड़ा और तत्कालीन आयुक्त महेंद्र चौधरी के खिलाफ गैंगरेप का मामला दर्ज किया गया है. पुलिस के पास दर्ज शिकायत में पीड़िता ने बताया कि करीब दो-तीन महीने पहले सभापति और आयुक्त ने पंद्रह-बीस महिलाओं को बुलाया था. आरोपियों ने उन्हें आंगनबाड़ी में कार्यकर्ता बनाने का झांसा देकर सिरोही बुलाया था. इस दौरान सभापति और आयुक्त ने सभी महिलाओं को अपने किसी जानने वाले के घर पर रुकवाया था. जहां उन्होंने उनके खाने-पीने की व्यवस्था भी की थी. आरोप है कि खाने में नशीला पदार्थ मिला दिया गया था. जिसके बाद सभापति और आयुक्त ने अपने साथियों के साथ मिलकर महिलाओं से दुष्कर्म किया.

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