राजस्थान के बांसवाड़ा जिले (Banswara) से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां सरकारी अस्पताल इंचार्ज को अपने दो नर्सिंग स्टाफ को लापरवाही बरतने का नोटिस देना महंगा पड़ गया. नर्सिंग स्टाफ ने पहले बंद कमरे में डॉक्टर साहब (Nursing staff threatens doctors) को धमकी दी. जब इंचार्ज डॉक्टर ने उनकी शिकायत कलेक्टर से की तो नाराज कर्मचारी बंदूक लेकर अस्पताल पहुंच गए. सिर्फ इतना ही नहीं आरोपी ने डॉक्टर को ढूंढने की कोशिश भी की. पूरी घटना CCTV में कैद हो गई. डॉक्टर ने नर्सिंग कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है.
इंडिया टुडे से जुड़े शरत कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक मामला बांसवाड़ा जिले के पलोदा स्थित सरकारी अस्पताल का है. रिपोर्ट के मुताबिक नर्सिंग कर्मचारी गुलाब कटारा और अभिषेक ड्यूटी के दौरान नदारद थे. इसको लेकर चिकित्सा प्रभारी डॉ. हिमांशु नंदा ने दोनों को नोटिस जारी किया था. डॉक्टर ने ड्यूटी से बार-बार नदारद रहने पर दोनों से लिखित में जवाब मांगा था. इसी बात को लेकर नर्सिंग स्टाफ नाराज हो गए थे.
ड्यूटी पर नहीं आ रहा था नर्सिंग स्टाफ, डॉक्टर्स ने शिकायत की तो बंदूक लेकर पहुंच गए हॉस्पिटल, फिर...
Banswara में सरकारी अस्पताल इंचार्ज को अपने दो नर्सिंग स्टाफ की लापरवाही बरतने का नोटिस देना महंगा पड़ गया. नाराज कर्मचारी बंदूक लेकर अस्पताल पहुंच गए. पूरी घटना CCTV में कैद हो गई है.
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12 दिसंबर की है घटनाघटना की जानकारी देते हुए डॉ. हिमांशु नंदा ने बताया कि 12 दिसंबर को वो अस्पताल में ड्यूटी पर थे. इसी दौरान नर्सिंग कर्मचारी गुलाब कटारा और अभिषेक उन्हें कमरा दिखाने के लिए ले गए. जहां पर कमरा बंद कर उन्हें धमकाया गया और जान से मारने की धमकी भी दी. जब बाकी कर्मचारियों ने देखा कि अस्पताल का कमरा बंद है, तो जबरदस्ती कमरा खुलवाया गया और उन्हें बाहर निकाला गया. डॉ. हिमांशु के मुताबिक फिर उन्होंने पूरी घटनाक्रम की शिकायत कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा अधिकारी से की.
शिकायत किए जाने के बाद नर्सिंग कर्मी गुस्सा हो गए और अस्पताल में बंदूक लेकर पहुंच गए. जिससे पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया. हालांकि उस समय डॉ हिमांशु अस्पताल में मौजूद नहीं थे. पूरे घटनाक्रम को लेकर SP हर्षवर्धन का कहना है कि आपसी विवाद के बाद बंदूक लेकर अस्पताल में जाना खतरनाक मामला है. मामला संज्ञान में आने के बाद जांच के आदेश दिए गए हैं. दोनों आरोपियों की तलाश में पुलिस की कई टीमें लगी हुई है.
वहीं इस मामले पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राहुल का भी बयान सामने आया है. उनके मुताबिक मामला बड़ा गंभीर है. घटना को लेकर एक कमेटी बनाई गई है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी के मुताबिक जल्द ही जांच कर लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी.
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