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'मुझे मारा-पीटा, फिर गोली चला दी', तलाक मामले में राजा भैया की पत्नी ने गंभीर आरोप लगाए

साकेत कोर्ट में दाखिल किए जवाब के साथ राजा भैया की पत्नी ने मेडिकल रिपोर्ट्स और चोट की तस्वीरें भी लगाई हैं.

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भानवी सिंह ने राजा भैया पर लगाए संगीन आरोप (साभार - आजतक)

रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया. जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व कैबिनेट मंत्री और प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक राजा भैया ने अपने पत्नी से तलाक के लिए दिल्ली के साकेत कोर्ट में अर्जी दी थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब उनकी पत्नी भानवी सिंह ने अपना जवाब दर्ज करवाया है. इसमें भानवी ने राजा भैया पर मारपीट और डरा धमकाकर तलाक का केस दर्ज करवाने का आरोप लगाया है.

भानवी का दावा है कि जब उन्होंने राजा भैया के कथित “अवैध संबंधों” का विरोध किया, तब उन्हें टॉर्चर किया गया. उन्हें डराने के लिए उनपर गोलीबारी भी की गई. आजतक से जुड़े संजय शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक भानवी ने अर्ज़ी दाखिल कर तलाक के मामले को मध्यस्थता के लिए भेजने की मांग की है. इस मामले पर साकेत कोर्ट में 17 अक्टूबर को सुनवाई होनी है.

कोर्ट में मेडिकल रिपोर्ट्स और तस्वीरें

वहीं, दैनिक भास्कर ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि भानवी को राजा भैया के कथित “अवैध संबंधों” के बारे में पता था. उनका दावा है कि जब उन्होंने इन संबंधों का विरोध किया, तब उन्हें टॉर्चर किया गया. इतना ही नहीं. उन्हें डराने के लिए फायरिंग भी की गई. भानवी ने कहा कि राजा भैया के अवैध प्रेम-संबंधों के सबूत उनके पास है.

भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक भानवी का आरोप है कि 23 अप्रैल 2015 को राजा भैया ने उनके साथ मारपीट की. उनको बुरी तरह से पीटा. भानवी के मुताबिक राजा भैया ने कमरे में फायरिंग भी की. जिसमें वो बाल-बाल बचीं. इस मारपीट और हमले में घायल होने के बाद भानवी को अस्पताल जाना पड़ा. वो इमरजेंसी में भर्ती हुई थीं और उनका इलाज हुआ था. कोर्ट में दिए गए जवाब में भानवी ने मेडिकल रिपोर्ट्स और उस समय की तस्वीरें भी लगाई हैं.

भानवी ने बताया है कि 2020 से ही राजा भैया ने उन्हें घर आने से रोक रखा है. इस वजह से उन्हें बाहर रहना पड़ रहा है. भानवी का कहना है कि राजा भैया की तरफ से उन्हें कोई खर्च भी नहीं मिल रहा. वो बच्चों की पढ़ाई और देखरेख का जिम्मा भी उठा रही हैं.

भानवी ने भास्कर से बात करते हुए ये भी कहा, "मुझे जो भी जवाब और कागजात देने थे, उसे मैंने कोर्ट में सबमिट कर दिया है. आगे कोई बात नहीं करनी है."

कब शुरू हुआ मामला?

इसी साल फरवरी में भानवी ने राजा भैया के चचेरे भाई विधान परिषद सदस्य (MLC) अक्षय प्रताप सिंह के खिलाफ FIR दर्ज करवाई. मामला धोखाधड़ी का था. इस FIR को दिल्ली पुलिस के EOW (Economic Offences Wing) विभाग में दर्ज कराया गया है. FIR में MLC अक्षय प्रताप सिंह सहित 5 लोगों के नाम थे.

भानवी ने अपनी शिकायत में कहा था कि वो अपनी कंपनी श्री दा प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड की डायरेक्टर और मेजोरिटी शेयरहोल्डर हैं. उनके मुताबिक अक्षय प्रताप सिंह ने उनके जाली डिजिटल साइन किए और कंपनी के मेजोरिटी शेयर हथिया लिए. इसके बाद अक्षय ने खुद को और अपने कुछ साथियों को कंपनी का डायरेक्टर बना दिया था. भानवी ने शिकायत में कहा था कि अक्षय प्रताप सिंह फ्रॉड हैं, जिनके ऊपर पहले से ही IPC के कई मामले दर्ज हैं.

केस दर्ज होने के बाद राजा भैया ने अपने भाई अक्षय प्रताप सिंह का साथ दिया. उन्होंने कहा था,

'स्वाभाविक रूप से मैं अपने छोटे भाई के साथ हूं. जो भी सच्चाई होगी वह जांच में सामने आ जाएगी. इसमें चिंता करने वाली कोई बात नहीं है. जहां तक मुझे जानकारी है. किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी नहीं हुई है. ये जांच का भी विषय है.'

ये राजा भैया के पारिवारिक समस्या की पहली सार्वजनिक ख़बर थी. इसके बाद अप्रैल में राजा भैया साकेत कोर्ट पहुंच गए, जहां उन्होंने डिवोर्स पिटीशन फाइल की.

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