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राहुल गांधी चले रायबरेली, वायनाड से उपचुनाव लड़ने आ रही हैं प्रियंका गांधी

एक संसदीय सीट छोड़ने का फैसला लेते हुए राहुल गांधी न कहा कि उनका रायबरेली और वायनाड से इमोशनल कनेक्शन है.

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राहुल गांधी दो सीट से चुनाव लड़े थे (फाइल फोटो)

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी वायनाड संसदीय सीट (Rahul Gandhi Wayanad) छोड़ने जा रहे हैं. लोकसभा चुनाव में गांधी ने दो सीट से चुनाव लड़ा था. अब वे रायबरेली से सांसद बने रहेंगे. केरल की वायनाड सीट से अब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी चुनाव लड़ेंगी. इस फैसले के बाद राहुल गांधी ने मीडिया से कहा कि वे वायनाड जाते रहेंगे, क्योंकि उनका वहां से भावनात्मक लगाव रहा है. वहीं, चुनाव लड़े जाने पर प्रियंका गांधी ने कहा कि वे इस फैसले से बहुत खुश हैं और वायनाड की जनता को खुश करने के लिए पूरी मेहनत करेंगी.

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर इस मुद्दे को लेकर आज बैठक हुई. इस बैठक में खरगे के अलावा सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल मौजूद थे. इसी बैठक में ये फैसला लिया गया. 

राहुल गांधी पिछली बार वायनाड से सांसद थे. लेकिन इस बार उन्होंने वायनाड के अलावा रायबरेली से भी चुनाव लड़ा था. दोनों जगह से जीत भी गए. जन प्रतिनिधित्व कानून के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति एक से अधिक सीट से चुनाव जीतता है तो उसे 14 दिनों में उस सीट को छोड़ना पड़ता है. 2019 में भी वे दो सीटों से चुनाव लड़े थे. वायनाड और अमेठी. तब वे अमेठी से हार गए थे.

खरगे की घर पर हुई बैठक के बाद राहुल गांधी ने मीडिया को बताया, 

“मेरा रायबरेली और वायनाड से इमोशनल कनेक्शन है. पिछले 5 सालों से मैं वायनाड से सांसद था. और वायनाड के सभी लोगों ने, हर पार्टी के लोगों ने प्यार दिया. इसके लिए मैं उन्हें दिल से धन्यवाद करता हूं. पूरी जिंदगी मैं इसको याद रखूंगा.”

राहुल ने आगे बताया कि प्रियंका गांधी वायनाड से चुनाव लड़ेंगी लेकिन वे भी समय-समय पर वहां जाते रहेंगे. उन्होंने कहा, 

“जो वादे हमने वायनाड को किए थे, उसे हम पूरा करेंगे. रायबरेली से पुराना रिश्ता है. काफी खुशी हो रही है कि मैं वहां के लोगों का प्रतिनिधित्व करूंगा. ये फैसला आसान नहीं था. मुश्किल फैसला था, क्योंकि दोनों जगहों से जुड़ाव है.”

राहुल गांधी ने ये भी कहा कि दोनों जगहों को दो-दो सांसद (प्रियंका और राहुल) मिल रहे हैं.

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वायनाड लोकसभा सीट से राहुल गांधी को इस बार अच्छी जीत मिली थी. उन्होंने CPI की एनी राजा को 3 लाख 64 हजार के अधिक वोटों के अंतर से हराया था. इस सीट पर उनका मुकाबला केरल BJP के अध्यक्ष के सुरेंद्रन से भी था. सुरेंद्रन को एक लाख 41 हजार से अधिक वोट मिले थे.

वहीं, रायबरेली से भी राहुल गांधी ने 3 लाख 90 हजार वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी. यहां बीजेपी के दिनेश प्रताप सिंह को हराया था. रायबरेली गांधी परिवार की परंपरागत सीट मानी जाती है. कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी साल 2004 से 2024 तक यहां से सांसद रहीं. इस बार सोनिया गांधी ने रायबरेली से चुनाव नहीं लड़ा था. उन्होंने राज्यसभा का रुख कर लिया है. 

वायनाड लोकसभा उपचुनाव के साथ प्रियंका गांधी की चुनावी राजनीति शुरू हो जाएगी. प्रियंका ने अब तक कोई चुनाव नहीं लड़ा है. उन्होंने संगठन में अलग-अलग पदों पर जिम्मेदारी निभाई है. साल 2008 में परिसीमन के बाद वायनाड लोकसभा सीट में अस्तित्व में आई थी. तब से यहां कांग्रेस पार्टी ही लगातार जीत रही है.

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