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किसान आंदोलन पर अब Rahul Gandhi ने Kangana Ranaut को सुनाया, राकेश टिकैत भी बोले

Kangana Ranaut के बयान को लेकर Rahul Gandhi ने कहा कि Modi सरकार का दुष्प्रचार तंत्र लगातार किसानों का अपमान करने में जुटा हुआ है. Rakesh Tikait ने इसे शहीद किसानों और देश के करोड़ों किसानों का अपमान बताया है.

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Kangana Ranaut ने किसान आंदोलन को 'षडयंत्र' बताया और कहा कि बड़ी लंबी प्लानिंग थी. (फ़ोटो - PTI)

BJP सांसद कंगना रनौत के किसान आंदोलन पर दिए विवादित कमेंट पर अब राहुल गांधी की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए इसे किसानों का घोर अपमान बताया है ((Rahul Gandhi on Kangana Ranaut Farmers remark). राहुल का कहना है कि इस तरह के बयान BJP के किसान विरोधी इरादों का सबूत हैं. राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर किसानों से किए वादे पूरे नहीं करने का आरोप लगाया. राहुल का ये बयान तब सामने आया है, जब ख़ुद BJP ने ही कंगना के बयान से किनारा कर लिया है. भारतीय किसान यूनियन (BKU) के लीडर राकेश टिकैत ने भी कंगना के बयान को देश के 'शहीद किसानों और करोड़ों अन्य लोगों' का अपमान बताया है (Rakesh Tikait Kangana Ranaut Farmer Protest).

'किसान विरोधी नीति और नीयत'

राहुल गांधी ने X पोस्ट किया,

किसानों से किए वादों को पूरा करने में मोदी सरकार नाकाम रही. ऊपर से उनका दुष्प्रचार तंत्र लगातार किसानों का अपमान करने में जुटा हुआ है. 378 दिन के मैराथन संघर्ष में 700 से ज़्यादा किसानों की जान चली गई. उन किसानों को BJP सांसद द्वारा बलात्कारी व विदेशी ताकतों का नुमाइंदा कहना BJP की किसान विरोधी नीति और नीयत का एक और सबूत है. इसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता.

राहुल ने किसान प्रदर्शन के बाद गठित समिति और MSP को लेकर केंद्र के रुख पर भी सवाल उठाए. उन्होंने लिखा,

किसान आंदोलन वापस लेने के समय बनाई गई सरकारी कमेटी आज तक ठंडे बस्ते में है. सरकार आज तक MSP पर अपना रुख साफ नहीं कर पाई है. शहीद किसानों के परिवारों को कोई राहत नहीं दी गई है. ऊपर से उनका चरित्र हनन भी जारी है. अन्नदाताओं का अनादर और उनकी गरिमा पर हमला करके मोदी सरकार द्वारा किसानों के साथ किया गया धोखा छुप नहीं सकता. नरेंद्र मोदी और BJP चाहे जितनी भी साज़िश कर लें, INDIA किसानों के लिए MSP की कानूनी गारंटी सुनिश्चित करेगा.

टिकैत ने बताया किसानों का अपमान

इधर, भारतीय किसान यूनियन (BKU) नेता राकेश टिकैत ने भी कंगना रनौत के बयान को देश में रहने वाले ‘शहीद किसानों और करोड़ों अन्य लोगों’ का अपमान है. उन्होंने अपने X पोस्ट में लिखा,

13 महीने चले किसान आंदोलन में 400 किसान संगठन, लाखों किसानों की मौजूदगी के बावजूद कोई हिंसा नहीं हुई. 700 से ज़्यादा किसान शहीद हो गए. लेकिन किसानों ने धैर्य नहीं खोया. (कृषि कानून) बिल वापस ले लिए गए. इस बारे में BJP सांसद कंगना रनौत का बयान शहीद किसानों और देश के करोड़ों किसानों का अपमान है.

BJP ने किया किनारा

वही, BJP ने कंगना के बयान से दूरी बना ली है. पार्टी का कहना है कि किसान आंदोलन को लेकर कंगना का बयान पार्टी का मत नहीं है. साथ ही, कंगना को हिदायत भी दी है कि वो भविष्य में इस तरह का कोई बयान न दें. दूसरी तरफ़ विपक्ष लगातार हमलावर है. कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने तो कंगना के 'विदेशी ताक़त' वाली बात को लेकर विदेश और गृह मंत्रालय से जवाब मांग लिया है. उन्होंने कहा है कि क्या मोदी सरकार इतनी कमजोर है कि उसकी नाक के नीचे से कोई भी विदेशी शक्ति देश में अस्थिरता पैदा कर दे. वहीं, पंजाब के कांग्रेस नेता राज कुमार वेरका ने कंगना रनौत के ख़िलाफ़ FIR दर्ज करने और NSA के तहत एक्शन लेने की मांग की थी.

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कंगना क्या बोली थीं?

कंगना रनौत ने अपने x हैंडल से एक वीडियो को री-पोस्ट किया. इसमें कंगना कहती हैं,

जो बांग्लादेश में हुआ, वो यहां भी होते हुए देर नहीं लगती... अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व इतना मजबूत नहीं होता. किसान आंदोलन के दौरान वहां लाशें लटकी थीं और रेप हो रहे थे. जब किसानों के हितकारी बिल वापस लिए गए, तो पूरा देश चौंक गया. लेकिन वो किसान आज भी वहां बैठे हुए हैं.

कंगना ने इसे 'षडयंत्र' बताया और कहा कि ये बड़ी लंबी प्लानिंग थी. जैसे बांग्लादेश में हुई है. उन्होंने दावा किया कि चीन, अमेरिका और इस तरह की विदेशी शक्तियां यहां काम कर रही हैं.

वीडियो: मंडी से सांसद कंगना रनौत ने ऐसा क्या कहा कि BJP नेता भी नाराज़ हो गए?