The Lallantop

"मुसलमानों की बढ़ती आबादी रोकनी है तो राहुल गांधी को इसका...", CM सरमा के तंज पर बवाल तय है

Assam CM Himanta Biswa Sarma ने कहा है कि 2041 तक असम 'मुस्लिम बहुल राज्य' बन जाएगा, जो कि एक 'वास्तविकता' है और इसे कोई नहीं रोक सकता. इसी कड़ी में उन्होंने Rahul Gandhi का नाम लेकर तंज कसा.

post-main-image
17 जुलाई को असम के सीएम ने कहा था कि 1951 के बाद से असम में मुस्लिम आबादी 12 प्रतिशत से बढ़कर 40 प्रतिशत हो गई है. (फोटो- PTI)

असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने राज्य के बारे में एक बड़ा दावा किया है. उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उनका राज्य 2041 तक 'मुस्लिम बहुल राज्य' बन जाएगा. सीएम सरमा ने दावा किया कि राज्य में मुस्लिमों की आबादी हर ‘10 साल में करीब 30 प्रतिशत’ तक बढ़ रही है. इसी कड़ी में उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर कटाक्ष किया. हिमंता ने कहा कि अगर राहुल गांधी जनसंख्या नियंत्रण के ब्रांड एंबेसडर बन जाते हैं, तो इस पर काबू पा लिया जाएगा.

असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंदू समुदाय की आबादी हर 10 साल में लगभग 16 प्रतिशत बढ़ रही है. हालांकि सीएम ने कहा कि उनकी सरकार मुसलमानों की जनसंख्या वृद्धि को कम करने के लिए कदम उठा रही है. उन्होंने कहा,

"2041 तक असम मुस्लिम बहुल राज्य बन जाएगा. ये एक वास्तविकता है और इसे कोई नहीं रोक सकता. राज्य में मुस्लिम आबादी हर 10 साल में करीब 30 प्रतिशत बढ़ रही है.”

सरमा ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर भी तंज कसा. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा,

"मुसलमानों की जनसंख्या वृद्धि को रोकने में कांग्रेस की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है. अगर राहुल गांधी जनसंख्या नियंत्रण के ब्रांड एंबेसडर बन जाते हैं, तो इस पर काबू पा लिया जाएगा क्योंकि समुदाय केवल उनकी बात सुनता है. ब्रांड एंबेसडर बनने के लिए आपको शादी करने और 12 बच्चे पैदा करने की जरूरत नहीं है. आप आज किसी मुस्लिम गांव में जाकर दो नाम लें - हिमंत बिस्वा सरमा या राहुल गांधी. सब यही कहेंगे कि वो राहुल गांधी की बात सुनेंगे. अगर मैं यही बात कहूंगा तो वो लोग नाराज हो जाएंगे."

सरमा ने आगे कहा,

“अगर आप उन्हें (मुस्लिम) वोट मानते हैं और नेता जनसंख्या नियंत्रण आंदोलन में शामिल नहीं होते हैं, तो हम क्या कर सकते हैं? मुस्लिम नेताओं के स्वयं दो-दो बच्चे हैं, लेकिन वो कभी भी गांव वालों को बच्चों की संख्या दो तक सीमित रखने की सलाह नहीं देते हैं.”

ये पहली बार नहीं है जब सरमा ने मुस्लिम समुदाय में जनसंख्या वृद्धि का मुद्दा उठाया है. 17 जुलाई को असम के सीएम ने कहा था कि 1951 के बाद से असम में मुस्लिम आबादी 12 प्रतिशत से बढ़कर 40 प्रतिशत हो गई है. उन्होंने कहा कि राज्य की डेमोग्राफी में बदलाव एक बड़ा मुद्दा है. सीएम ने कहा कि राज्य ने कई जिले खो दिए हैं. ये उनके लिए कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि जीवन और मृत्यु का सवाल है. सरमा ने ये भी दावा किया कि जब वो 2009 में कांग्रेस कार्यकाल के दौरान असम के स्वास्थ्य मंत्री थे, तब एक लाख पुरुषों की नसबंदी हुई थी.

वीडियो: हिमंता बिस्वा सरमा इंटरव्यू में अमित शाह का किस्सा सुनाकर कन्हैया कुमार, कांग्रेस पर क्या बोले?