कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने जाति जनगणना की मांग को दोहराते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी इस काम को पूरा करके ही छोड़ेगी. और आने वाले समय में इकनॉमिक मॉडल इसी आधार पर बनेगा. उन्होंने कहा कि अगर ये काम बीजेपी नहीं करती है, तो वे रास्ता छोड़ दें. 9 अक्टूबर को कांग्रेस वर्किंग कमिटी (CWC) की बैठक हुई. इसके बाद राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बैठक में चार घंटे तक जाति जनगणना के मुद्दे पर चर्चा हुई. एक सवाल पर कि क्या INDIA गठबंधन में शामिल पार्टियां इसका समर्थन करेगी, जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि गठबंधन की बहुत सारी पार्टियां जाति जनगणना का समर्थन करेंगी, एक दो पार्टी की राय अलग हो सकती है लेकिन अधिकतर पार्टियां साथ हैं.
चुनाव आयोग की बैठक के बाद राहुल गांधी की PC, जातिगत जनगणना पर बड़ा एलान कर दिया
कर्नाटक में जाति सर्वे के आंकड़ों को जारी करने पर क्या बोले राहुल?
राहुल ने बताया कि CWC की मीटिंग में सर्वसम्मति से देश में जाति जनगणना कराने का निर्णय लिया गया. प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक पत्रकार ने उनसे सवाल किया कि क्या जाति जनगणना को वे धर्म की राजनीति की काट के रूप में देखते हैं. इस पर राहुल गांधी ने जवाब दिया,
“ये जाति और धर्म की बात नहीं है. ये गरीबी की बात है. हिंदुस्तान के ओबीसी, दलित, आदिवासी और गरीब लोगों के लिए ये काम किया जा रहा है. आज दो हिंदुस्तान बना हुआ है, एक अडानी जी वाला और दूसरा सबका. जाति जनगणना साफ दिखा देगा कि हिंदुस्तान में लोग कितने हैं, कौन हैं. और हम वहां नहीं रुकेंगे. उसके बाद आर्थिक सर्वे होगा. इससे ये भी पता लग जाएगा कि संपत्तियां किनके हाथ में हैं. इस ‘एक्स-रे’ की जरूरत है अगर हम सबको न्याय दिलाना चाहते हैं.”
कर्नाटक में जाति सर्वे के आंकड़ों को जारी क्यों नहीं किया जा रहा है? इस सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि वे बातचीत कर रहे हैं. फैसले को लेकर बहुत साफ हैं कि उस दिशा में आगे बढ़ेंगे. साल 2014-15 में कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने जाति जनगणना कराई थी. लेकिन इसकी रिपोर्ट आज तक जारी नहीं हुई.
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री जाति जनगणना करवाने में असमर्थ हैं. राहुल ने कहा,
“हमारे चार मुख्यमंत्रियों में तीन ओबीसी वर्ग के हैं. बीजेपी के 10 मुख्यमंत्रियों में सिर्फ ओबीसी हैं. और वो भी कुछ दिन में सीएम नहीं रहेंगे. बात बहुत होती है ओबीसी की. लेकिन नरेंद्र मोदी जी को बताना होगा कि ओबीसी के लिए उन्होंने क्या किया. मैंने संसद में भी कहा था कि 90 अफसरों में तीन ओबीसी हैं. प्रधानमंत्री ने इसके बारे में कुछ नहीं बोला. ये भी नहीं बोला कि ये गलत है.”
राहुल गांधी ने कहा कि CWC मीटिंग में कोई ऐसा व्यक्ति नहीं था जिसने जाति जनगणना को अपना समर्थन नहीं दिया. कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों ने भी फैसला लिया है कि राजस्थान में, कर्नाटक में, छत्तीसगढ़ और हिमाचल में जाति जनगणना को आगे बढ़ाएंगे.