महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन (Queen Elizabeh II Death) के बाद उनके बेटे प्रिंस चार्ल्स (Prince Charles) ब्रिटेन के महाराजा बन गए हैं. 73 वर्षीय प्रिंस चार्ल्स ने बयान जारी कर अपनी मां और क्वीन के निधन पर शोक व्यक्त किया. ब्रिटिश शाही परिवार के आधिकारिक ट्विटर हैंडल The Royal Family से ये बयान शेयर किया गया है. इसमें प्रिंस चार्ल्स ने लिखा है,
क्वीन एलिज़ाबेथ के निधन के बाद राजा बने चार्ल्स अपनी मां पर क्या बोले?
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद इस समय उनके बेटे प्रिंस चार्ल्स ब्रिटेन के महाराजा हैं.
"मेरी प्रिय मां का निधन मेरे और परिवार के सदस्यों के लिए सबसे बड़ा दुख है. हम एक लाडली रानी और प्यारी मां के जाने पर शोक प्रकट करते हैं. मैं जानता हूं हमारे देश, शाही परिवार के अधिकार क्षेत्र, कॉमनवेल्थ देशों और दुनियाभर में अनगिनत लोग इस नुकसान को महसूस करेंगे. दुख और बदलाव की इस घड़ी में मैं और मेरा परिवार महारानी को मिले सम्मान और स्नेह को याद करेंगे."
यूनाइटेड किंगडम के समय के हिसाब से गुरुवार, 8 सितंबर की दोपहर को क्वीन एलिजाबेथ का निधन हो गया. वो 96 साल की थीं. रॉयल फैमिली ने इस खबर की पुष्टि करते हुए बताया,
'आज दोपहर बाल्मोरल किले में महारानी का निधन हुआ. राजा और रानी के सगे-संबंधी आज शाम बाल्मोरल में रहेंगे और कल लंदन लौटेंगे.'
एलिजाबेथ द्वितीय यूनाइटेड किंगडम के इतिहास की सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली महारानी रहीं. उनके निधन के बाद यूके के राजा बने प्रिंस चार्ल्स की ताजपोशी बाद में होगी.
25 साल की उम्र में बनी थीं महारानीएलिजाबेथ द्वितीय महज 25 साल की उम्र में ही यूनाइटेड किंगडम की महारानी बन गई थीं. इस दौरान उनका कार्यकाल काफी उतार-चढ़ाव भरा भी रहा, लेकिन उन्होंने तमाम चुनौतियों का डटकर सामना किया. उनका कार्यकाल इतना लंबा रहा कि इस दौरान ब्रिटेन में 15 प्रधानमंत्री बदल गए. बताया जाता है कि क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय के पास असाधारण ज्ञान के साथ-साथ वैश्विक मामलों का लंबा अनुभव और राजनीतिक तटस्थता की महारत हासिल थी.
दुनियादारी: महारानी एलिजाबेथ ने क्राउन के लिए अपने सबसे प्यारे बेटे तक को ना बख्शा