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आडवाणी के घर जाकर राष्ट्रपति ने भारत रत्न दिया, अटल के बाद BJP के दूसरे नेता को सर्वोच्च सम्मान

BJP के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी को 31 मार्च को 'भारत रत्न' से सम्मानित किया गया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनके घर जाकर उन्हें सम्मानित किया. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहे.

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राष्ट्रपति ने घर जाकर आडवाणी को दिया भारत रत्न (तस्वीर - एक्स)

देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को आज 31 मार्च को 'भारत रत्न' से सम्मानित किया गया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनके घर जाकर उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया. इस दौरान PM नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह मौजूद रहे.

आडवाणी के खराब स्वास्थ्य के चलते ये फैसला किया गया. खराब स्वास्थ्य के कारण वो 30 मार्च को राष्ट्रपति भवन में आयोजित सम्मान समारोह में शामिल नहीं हो सके थे. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और नानाजी देशमुख के बाद आडवाणी देश के सर्वोच्च सम्मान पाने वाले BJP और RSS से जुड़े तीसरे नेता हैं.

इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 30 मार्च को 4 शख्सियतों को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया था. इनमें दिग्गज समाजवादी नेता चौधरी चरण सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर और कृषि वैज्ञानिक डॉ. एमएस स्वामीनाथन शामिल हैं.

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राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में चारों शख्सियतों के परिजनों ने यह सम्मान स्वीकार किया. नरसिम्हा राव के बेटे पीवी प्रभाकर राव, चौधरी चरण सिंह के पोते जयंत चौधरी, कर्पूरी ठाकुर के बेटे रामनाथ ठाकुर और एमएस स्वामीनाथन की बेटी नित्या राव ने राष्ट्रपति से यह सम्मान लिया. 

भारत रत्न पाने वालों को क्या मिलता है?

भारत रत्न पाने वालों को भारत सरकार की ओर से एक प्रमाणपत्र और एक मेडल दिया जाता है. इस सम्मान के साथ कोई धनराशि नहीं दी जाती. इसे पाने वालों को सरकारी महकमे सुविधाएं मुहैया कराते हैं. उदाहरण के लिए भारत रत्न पाने वालों को रेलवे की ओर से मुफ़्त यात्रा की सुविधा मिलती है.

भारत रत्न पाने वालों को अहम सरकारी कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए न्योता मिलता है. सरकार वॉरंट ऑफ़ प्रेसिडेंस में उन्हें जगह देती है. जिन्हें भारत रत्न मिलता है उन्हें प्रोटोकॉल में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, पूर्व राष्ट्रपति, उपप्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, लोकसभा अध्यक्ष, कैबिनेट मंत्री, मुख्यमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री और संसद के दोनों सदनों में विपक्ष के नेता के बाद जगह मिलती है.
 

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