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जल्दी छुट्टी कर डिजिटल अटेंडेंस के खिलाफ प्रदर्शन में गए टीचर, स्कूल में बंद ताले के भीतर रोता रहा मासूम

बच्चे के रोने की आवाज आस-पास के लोगों को सुनाई दी. लोग स्कूल के पास पहुंचे तो अंदर बच्चा नजर आया. फिर क्या था मामले का किसी ने वीडियो बना लिया. जो अब सोशल मीडिया पर viral है.

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वीडियो वायरल होने के बाद अधिकारियों ने मामले को संज्ञान में लिया. (Image: Viral video screengrab)
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आनंद राज

कभी स्कूल की छुट्टी जल्दी हो जाए, बचपन में ये भी अलग किस्म का सुख था. बच्चों को तो स्कूल की घंटी बजने का खूब इंतजार रहता है. लेकिन स्कूल की जल्दी छुट्टी, प्रयागराज के स्कूल के एक बच्चे के लिए बुरा सपना बन गई. दरअसल मास्टर साहब लोग सब आधे घंटे पहले ही स्कूल बंद करके निकल गए. लेकिन बच्चा अंदर ही फंसा रहा. फिर मामले का वीडियो बना, जो वायरल है (Prayagraj School viral video).

मामला समझते हैं. इंडिया टुडे से जुड़े आनंद राज की रिपोर्ट के मुताबिक, मामला प्रयागराज के मेजा इलाके का है. जहां एक प्राथमिक स्कूल में स्टाफ ने आधे घंटे पहले ही स्कूल बंद कर दिया. बाकायदा ताला लगा दिया. सब बच्चों की छुट्टी कर उन्हें घर भी भेज दिया गया. बाकी टीचर और स्टाफ भी रवाना हो गए. सिवाय एक बच्चे के, जो स्कूल में ही फंसा रहा. 

फिर क्या था मामले का किसी ने वीडियो बना लिया. जो अब सोशल मीडिया पर वायरल है. अब सवाल ये कि स्कूल की छुट्टी जल्दी क्यों की गई?

डिजिटल अटेंडेंस के खिलाफ प्रदर्शन

बताया जा रहा है कि सभी टीचर प्रयागराज जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन करने जा रहे थे. जो डिजिटल अटेंडेंस के खिलाफ हो रहा था. जिसके चलते स्कूल के टीचर्स ने बच्चों को जल्दी छुट्टी का नायाब तोहफा दिया. और ताला लगा कर निकल गए.

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बच्चा कैसे फंसा

दरअसल पास के ही गांव की शिवानी इसी प्राथमिक स्कूल में पढ़ती है. और शिवानी का छोटा भाई शिवांश भी इसी स्कूल में बने आंगनबाड़ी का छात्र है. जो छुट्टी होने के बाद अपनी बहन की क्लास में जाकर बैठ गया था. और कुछ देर बाद कोने में सो गया. फिर प्रदर्शन के चलते स्कूल की छुट्टी हुई और सभी बच्चे घर चले गए. शिवानी भी भाई को भूल घर चली गई.

लेकिन जब परिवार वालों ने उससे भाई शिवांश के बारे में पूछा, तब उसे याद आया कि वह उसे भूल आई है. फिर सभी बच्चे को खोजने स्कूल पहुंचे, जिसके बाद मामला सब के सामने आया. 

मामले पर लिया गया एक्शन

वीडियो वायरल होने के बाद बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने मामले को संज्ञान में लिया. घटना से जुड़े दो टीचर पर एक्शन भी लिया गया है. बीएसए के मुताबिक, स्कूल में बच्चों की छुट्टी का वक्त दोपहर के 2 बजे का है. वहीं टीचर्स की छुट्टी का वक्त 2:30 बजे का है. पर इस मामले में स्कूल के अध्यापक जल्दी चले गए. जिनकी गलती की वजह से बच्चे को स्कूल में रहना पड़ा. इसे लेकर उन्हें ऐसी लापरवाही दोबारा करने पर कार्रवाई करने की हिदायत भी दी गई है.  

बकौल बीएसए प्राथमिक स्कूल के प्रिंसिपल की ड्यूटी कहीं और थी. इसलिए सहायक अध्यापिका जुली कुमारी को कार्यवाहक प्रधानाचार्य के तौर पर रखा गया था. इनके साथ शिक्षामित्र ललित सिंह भी थे. जिनका एक दिन का वेतन रोक दिया गया है. इसके अलावा मामले पर कमेटी का गठन किया गया है, जो जांच कर रही है.

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