बीते रविवार 5 जून को यूपी की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में एक नाबालिग लड़के ने अपनी मां की हत्या (Murder) कर दी थी. लेकिन हत्या की खबर कल 8 जून को बाहर आई. तब, जब मृतका साधना सिंह की सड़ रही बॉडी से तेज बदबू आने लगी. 8 जून की शाम साधना के शव का पोस्टमॉर्टम हुआ था.
यूपी : PUBG की बात पर बेटे ने जिस मां की हत्या की, उस मां की पोस्टमॉर्टम में क्या मिला?
पोस्टमॉर्टम होने तक लाश सड़ चुकी थी, उसमें कीड़े पड़ने लगे थे. और क्या पता चला?
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि लड़के ने अपने फ़ौजी पिता की लाइसेंसी रिवॉल्वर मां की दाहिनी कनपटी पर सटाकर गोली मारी थी. जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. हत्या के बाद लड़का 2 दिन और 3 रात मां की लाश के साथ घर पर ही रहा. घर में दोस्तों के साथ मूवी देखी. अंडाकरी खाई. दोस्तों ने पूछा कि मां कहा है तो कह दिया कि वो तो चाचा के घर गई हैं. छोटी बहन को भी धमकाया कि मां के बारे में किसी को कुछ बताया तो तुम्हें भी मार दूंगा. पुलिस और अपने पिता को तमाम झूठी कहानियां सुनाने के बाद लड़के ने जुर्म कबूल कर लिया है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट क्या कहती है?मृतका साधना सिंह की उम्र करीब 40 साल है. लखनऊ के पोस्टमार्टम हाउस में कल 8 जून को 3 डॉक्टरों के पैनल ने उनके शव का पोस्टमार्टम किया था. पैनल में 2 पुरुष और एक महिला डॉक्टर शामिल थे. पोस्टमार्टम की पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की गई है.
साधना की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लिखा है कि हत्या 3 दिन से ज्यादा और एक हफ्ते से कम समय में हुई है. साधना के सिर के दाहिने हिस्से में आंख से 2 सेंटीमीटर दूर गोली मारी गई थी. एक्सरे में साफ़ है कि ये गोली दिमाग की हड्डी तोड़ती हुई बाईं तरफ़ से बाहर हो गई. दिमाग में कोई गोली नहीं फंसी है. कनपटी से सटाकर चलाई गई इस एक गोली से ही साधना से मौत हुई थी. 3 दिन से ज्यादा वक़्त तक लाश रखी रहने के कारण बुरी तरह सड़ चुकी थी. कीड़े भी पड़ने लगे थे. भयंकर बदबू आ रही थी.
पोस्टमार्टम के बाद डॉक्टरों ने टेस्ट के लिए स्लाइड फोरेंसिक लैब को भेज दी है. विसरा भी सुरक्षित रख लिया गया है. इसके अलावा पुलिस ने लड़के का मोबाइल और लैपटाप और घर से जुटाए गए नमूने भी अपने कब्जे में लेकर फोरेंसिक साइंस लैब को भेज दिए हैं.
लड़के को बाल सुधार गृह भेजा गयासाधना का पोस्टमार्टम होने के बाद कल ही उनका शव परिजनों को सौंप दिया गया था. पोस्टमार्टम हाउस के साधना के पति नवीन, उनकी दस साल की बेटी और कई परिजन इकट्ठा थे. बेटी काफ़ी डरी हुई थी. उसने तीन दिन मां की लाश के साथ गुजारे थे. पुलिस ने हत्यारे लड़के को बुधवार शाम को जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया था जहां से उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया है. हालांकि मृतका साधना के पति नवीन बुधवार की सुबह आसनसोल से लखनऊ पहुंचे तो सबसे पहले अपने भाई नीतीश सिंह के पास पहुंचे. उनकी मां मिरजादेवी भी यहीं रहती हैं. जब ये लोग बुधवार दोपहर पीजीआई कोतवाली पहुंचे तो यहां उनका आमना-सामना लड़के से कराया गया. नवीन ने उससे ज्यादा बात नहीं की. इसके बाद लड़के को शाम को ही जुवेनाइल कोर्ट में पेश करके बाल सुधार गृह भेजा दिया गया. पुलिस ने जितनी बार पूछा उसने एक ही बात कही कि मां गेम खेलने से मना करती थी. कुछ दिन पहले पैसे चोरी करने का आरोप लगाकर पिटाई कर दी थी. इसलिए मार दिया. सवाल जवाब के दौरान उसे अपने किए का कोई पछतावा नहीं था. बहरहाल पुलिस ने कहा है कि उसकी काउंसलिंग करायी जायेगी.
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