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पत्रकार अतुल अग्रवाल के लूट के दावे को पुलिस ने गलत बताया

अतुल अग्रवाल ने कुछ दिन पहले फेसबुक पर आपबीती लिखी थी.

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अतुल अग्रवाल और पुलिस की बताई बातों में विरोधाभास सामने आ रहा है.
TV पत्रकार अतुल अग्रवाल ने दावा किया था कि उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा वेस्ट में कुछ दिन पहले उनके साथ लूटपाट की घटना हुई थी. पत्रकार ने फेसबुक पर आपबीती लिखी थी. उन्होंने दावा किया था कि पुलिस चौकी से सिर्फ 300 मीटर की दूरी पर उनके साथ ये घटना घटी थी. अब इस पर पुलिस ने अपनी प्राथमिक जांच के आधार पर कुछ बातें बताई हैं. पुलिस के मुताबिक अतुल की बातें और तथ्य मेल नहीं खा रहे हैं. पुलिस ने प्रेस नोट जारी करते हुए कहा है कि उनकी जांच और अतुल अग्रवाल की लिखी बातों में विरोधाभास पाया गया है. पुलिस का कहना है कि 20 जून को हिन्दी ख़बर न्यूज़ चैनल के एडिटर और एंकर अतुल अग्रवाल द्वारा सोशल मीडिया पर अपने साथ 19 जून की रात एक बजे लूट की घटना बताई गई. यह बात घटना के करीब 23 घंटे बाद बताई गई. इसके अलावा लिखा है कि
“अतुल अग्रवाल द्वारा बताया गया कि वे 19 तारीख़ की रात 12:40 बजे अपने घर ईकोविलेज के लिए चले और हिंडन पुल राइस चौकी के पास करीब 1 बजे पहुंचे. जबकि पुलिस की जांच में पाया गया है कि वे 10:45 बजे नोएडा सेक्टर 45 से चले और हिंडन पुल राइस चौकी करीब 10:53 बजे पार करते हुए निकल गए.”
इसके अलावा भी पुलिस ने 2 पन्ने के प्रेस नोट में तमाम बातों में विरोधाभास होने की बात लिखी है. अंत में लिखा है कि –
“यह प्रमाणित होता है कि अतुल अग्रवाल के साथ लूट की कोई घटना नहीं हुई.”
क्या था मामला? बताते चलें कि अतुल ने बताया था कि वे 19 जून को रात करीब एक बजे नोएडा एक्सटेंशन में राइस पुलिस चौकी के पास से अपनी कार से गुज़र रहे थे. इसी दौरान मोटरसाइकल पर सवार 5 बदमाशों ने उन्हें घेर लिया. जान से मारने की धमकी दी. उनका सामान छीन लिया. अतुल की जान कैसे बची, इसकी लंबी कहानी उन्होंने अपनी फेसबुक पोस्ट पर शेयर की थी. पुलिस ने उस वक्त कहा था कि पत्रकार ने इस मामले में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है और उनके संज्ञान में ये मामला सोशल मीडिया के ज़रिये आया है. अब जो प्रेस नोट जारी किया गया है, उसमें पुलिस ने लिखा है कि स्वतः संज्ञान लेते हुए इस मामले में छान-बीन की गई है.