"किली और नीमा की जोड़ी की तरह मैं सभी से और विशेष रूप से अलग-अलग राज्यों के बच्चों से लोकप्रिय गीतों के लिप-सिंकिंग वीडियो बनाने का आग्रह करता हूं, जो उनके राज्य से अलग राज्य से हो. हम 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' को फिर से परिभाषित करेंगे और भारतीय भाषाओं को लोकप्रिय बनाएंगे."
उनके इस भाषण पर सोशल मीडिया पर यूजर्स ने मिलीजुली प्रतिक्रिया दी. कुछ ने पीएम की इस बात की तारीफ की, तो कुछ ने कहा कि पहले तो सरकार ने देश में Tik Tok बैन कर दिया है, और अब कहा जा रहा है कि वीडियो बनाओ. वहीं कई ने पीएम की इस बात पर मीम भी बना दिए. ट्विटर यूजर आतिफ एक मीम के लहजे में लिखते हैं
"माँ-बाप बच्चे से पूछते हैं कि तुम क्या कर रहे हो. बच्चा बोलता है, मैं पीएम के द्वारा 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' के तहत दिए गए एक खास प्रोजेक्ट पर काम कर रहा हूं. ये सुनकर माँ-बाप को अच्छा लगता है. और उनका बच्चा दूसरी भाषाओं में टिकटॉक बनाता है."
वहीं अंकिता ने कीली और नीमा की तारीफ करते हुए लिखा,
"मुझे कीली और नीमा के वीडियो अच्छे लगते हैं. दोनों भाई-बहन के मन में भारत की मूवीज और गानों के लिए बहुत प्यार है. और दोनों काफी वीडियो बनाते हैं."
वहीं सौम्या लिखती हैं,
"भारत की क्षेत्रीय भाषाओं को प्रोमोट करने के लिए भारत सरकार को उस भाषा के साहित्य, संगीत और विद्वानों को प्रोत्साहित करना चाहिए. पहले सरकार को ये जिम्मेदारी निभानी चाहिए, उसके बाद ही किसी को वीडियो और रील्स बनाने के लिए कहें."
एक यूजर ने लिखा,
"मोदी जी, टिकटोक तो बैन करवा दिया आपने."
नितिन लिखते हैं,
"जब टिकटोकर ही बनाना था, तो टिकटोक क्यों बैन किया मोदी जी."
कुणाल चौधरी मोदी पर तंज कसते हुए लिखते हैं,
"मोदी जी 'सबका साथ, सबका विकास' को अलग लेवल पर ले गए."
एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा,
"अब मीम्स, इंस्टा रील, टिकटोकियों को मिलेगी पूरी इज्जत."
एक ट्विटर यूजर ने एक मीम शेयर की जिसमें एक आदमी ये बोल रहा है कि "हमें काम मिल गया"
सोशल मीडिया पर इसी तरह की और प्रतिक्रियाएं भरी पड़ी हैं.