मोदी के साथ इस फोटो में हैं शेयर मार्केट के 'बिग बुल' राकेश झुनझुनवाला और उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला.
राकेश झुनझुनवाला. शेयर बाज़ार का बड़ा नाम. शेयर बाज़ार की भाषा में कहें तो 'बिग बुल'. झुनझुनवाला 5 अक्टूबर को प्रधानमंत्री मोदी से मिलने पहुंचे थे. प्रधानमंत्री मोदी ने इस मुलाकात की जानकारी अपने ट्विटर हैंडल पर भी दी.
स्टॉक मार्केट में बढ़ोतरी या तेज़ी के लिए 'बुलिश' टर्म इस्तेमाल किया जाता है. प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा कि राजेश झुनझुनवाला से मिलकर खुशी हुई... जो भारत को लेकर बहुत 'बुलिश' हैं. प्रधानमंत्री मोदी और राकेश झुनझुनवाला के बीच हुई ये मुलाकात
ट्विटर पर भी ट्रेंड होने लगी. ट्विटर ट्रेंड में प्रधानमंत्री मोदी की ओर से ट्वीट की गई तस्वीर के अलावा एक और तस्वीर वायरल हो रही है. इस तस्वीर में राकेश झुनझुनवाला कुर्सी पर बैठे हैं और प्रधानमंत्री मोदी उनके सामने आगे की ओर हाथ बांधे खड़े दिख रहे हैं.
इस तस्वीर पर विपक्ष, आलोचकों और आम यूज़र्स की तरफ से तरह-तरह की टिप्पणियां आईं. लेकिन इसकी आलोचना करना उतना सीधा मसला भी नहीं. इसका व्यावहारिक पक्ष भी हो सकता है. उस पर बात करेंगे, लेकिन पहले कुछ चुनिंदा ट्वीट्स देखिए- सरकार की विनिवेश नीतियों को निशाना बनाते हुए यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बी.वी. श्रीनिवास ने प्रधानमंत्री मोदी के लिए 'शहंशाह-ए-बर्बादी' शब्द इस्तेमाल किया. लिखा,
भारत की सरकारी परिसंपत्तियों को बेचने वाले सबसे बड़े व्यापारी ने भारत के सबसे बड़े स्टॉक ट्रेडर से मुलाकात की. अब क्या बेचने वाले हो शहंशाह-ए-बर्बादी?
कांग्रेस के सोशल मीडिया के सदस्य विनय दोकानिया ने भी ये तस्वीर पोस्ट की है.
सोशल मीडिया ट्रोलिंग पर किताब लिख चुकीं पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी ने भी ये तस्वीर शेयर की है. लिखा,
क्या कोई अरबपति भारतीय प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठ सकता है?
कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम के राष्ट्रीय संयोजक गौरव पांधी ने भी ये तस्वीर शेयर की है. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तस्वीर से तुलना करते हुए पांधी ने जताया कि प्रधानमंत्री मनमोहन के सामने अरबपति हाथ बांधे खड़े होते थे, और मोदी अरबपति के सामने हाथ बांधे खड़े होते हैं.
इस तस्वीर को लेकर एक नज़रिया आलोचना से इतर भी रहा. आर्थिक मामलों के पत्रकार रहे और अब स्टॉक मार्केट रिसर्च फर्म चला रहे वरिंदर बंसल ने फोटो ट्वीट करते हुए कहा- मुझे याद करावाइए अगर किसी प्रधानमंत्री ने स्टॉक मार्केट इन्वेस्टर से मुलाकात की हो. वाह! मोदी जी. सम्मान.
इस तस्वीर को इंटरनेट पर पोस्ट करने वाले शुरुआती लोगों में वरिंदर बंसल भी हैं. ट्विटर यूज़र शिवाजी शुक्ला ने ट्वीट किया-
लगता है प्रधानमंत्री के लिए ये फैन मोमेंट की तरह है. प्रेरणा के लिए इसे(फोटो) सेव कर लें. #RakeshJhunjhunwala #bigbull
प्रधानमंत्री मोदी और राकेश-रेखा झुनझुनवाला की इस तस्वीर का एक पक्ष राकेश की सेहत से जुड़ा है. दरअसल राकेश झुनझुनवाला डायबिटीज़ के मरीज़ हैं. लंबे समय से वीलचेयर का इस्तेमाल कर रहे हैं. यूट्यूब पर कई वीडियोज़ उपलब्ध हैं जहां झुनझुनवाला को वीलचेयर का इस्तेमाल करते देखा जा सकता है. ऐसे ही एक वीडियो में वो वीलचेयर पर बैठे-बैठे 'कजरा रे' गाने पर डांस करते नज़र आ रहे हैं.
नई दिल्ली में राकेश झुनझुनवाला ने प्रधानमंत्री मोदी के अलावा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से भी मुलाकात की. निर्मला सीतारमण के ऑफिस हैंडल से हुए ट्वीट की इस तस्वीर में झुनझुनवाला को वीलचेयर पर बैठे देख जा सकता है.
साल 2010 में
फाइनेंशियल एक्सप्रेस से बातचीत में झुनझुनवाला ने बताया था कि वो डायबिटीज़ के मरीज़ हैं. शराब और सिगार की आदतों पर बात करते हुए झुनझुनवाला ने कहा था कि उन्हें एहतियात बरतने की ज़रूरत है. झुनझुनवाला ने कहा था-
"मैंने एहसास किया है कि मुझे कड़े अनुशासन का पालन करना होगा. मैं डायबिटिक हूं और मशली की तरह पीता हूं (मछली के पानी में रहने से तुलना शराब से करते हुए). मैं मेरे जुड़वां बेटों को 25 साल का होता देखना चाहता हूं."
यूट्यूब पर उपलब्ध वीडियोज़ के डिस्क्रिप्शन में राकेश झुनझुनवाला को 'डायबिटिक फुट' होने की बात लिखी गई है. 'डायबिटिक फुट' के ज्यादातर मामलों में पांव में दर्द, सूजन और कई बार तो कुछ भी महसूस होना बंद हो जाता है. सीतारमण-झुनझुनवाला को ग़ौर से देखने पर पता चलता है कि झुनझुनवाला ने आम जूते नहीं पहने, बल्कि एक खास तरह के फ्लोटर्स पहने हैं. सोफे पर बैठे शख़्स के साथ तुलना करें तो झुनझुनवाला के फ्लोटर्स बड़े नज़र आते हैं. हो सकता है जैसा यूट्यूब वीडियोज़ में दावा किया जा रहा है, झुनझुनवाला 'डायबिटिक फुट' से ग्रसित हों. इसलिए उन्हें खड़े होने या चलने में दिक्कत आती हो. प्रधानमंत्री मोदी के हैंडल से जो तस्वीर पोस्ट की गई है उसमें भी झुनझुनवाला सहज नज़र नहीं आते. उनका शरीर बाईं ओर झुका हुआ है. हो सकता है वो प्रधानमंत्री के साथ तस्वीर खिंचाने के लिए कुछ वक्त के लिए कुर्सी से उठे हों. आपका क्या नज़रिया है इस पूरे प्रकरण पर, कमेंट बॉक्स में बताइए.