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PM मोदी को अपना डीपफेक वीडियो दिख गया, पत्रकारों से अपील की है

दिल्ली के बीजेपी दफ़्तर में दिवाली मिलन का आयोजन था. प्रधानमंत्री ने वहां AI और डीपफ़ेक वीडियो को लेकर जनता को चेताया.

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ग्लोबल साउथ समिट में भी प्रधानमंत्री ने AI के इस्तेमाल के बारे में चेताया है. (फ़ोटो - PTI)

आप इंस्टा पर रील देखते होंगे. ये कयास नहीं है; ये दावा है. आपकी फ़ीड पर क्या है? ये आपके इन्ट्रेस्ट पर निर्भर करता है. सर्च हिस्ट्री पर निर्भर करता है. हो सकता है कि आपकी फ़ीड पर वो वीडियो भी आया होगा, जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी वीडियो में गाना गा रहे होंगे. कभी उनकी आवाज़ सुनाई देती है, कभी आवाज़ के साथ उनका वीडियो भी दिखाई देता है. ये असली तो होता नहीं है. AI से बनाया होता है. असल में ये होता है 'डीपफेक'. गहराई तक झूठा. इसमें सच कुछ नहीं, सबकुछ अनुकृति. सबकुछ रचा गया, थोपा हुआ है. ठीक वैसा, जैसे किसी महिला के चेहरे पर रश्मिका मंदाना का चेहरा लगा देना.

अब ऐसा कोई वीडियो PM नरेंद्र मोदी खुद देख लें तो क्या करेंगे? वो हंसेंगे. जी, नरेंद्र मोदी ने अपना वो गाना गाते वीडियो देख लिया. उन्हें ये प्रयोग अच्छा तो लगा, लेकिन उन्हें ये भी समझ आ गया कि ये डीपफेक है. तो उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वो इसके बारे में जनता को जागरूक करें.

प्रधानमंत्री की अपील

17 नवंबर 2023. रश्मिका मंदाना और कैटरीना क़ैफ के बाद काजोल का एक डीपफेक वीडियो सभी सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर वायरल हो गया. पिछले एक महीने में इंटरनेट पर भतेरे डीपफेक वीडियो देखने को मिले हैं.

17 नवंबर को ही दिल्ली के दीन दयाल उपाध्याय रोड पर मौजूद बीजेपी के एनेक्सी ऑफिस में दिवाली मिलन का आयोजन था. दिल्ली के पत्रकार आए हुए थे. मंच पर थे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा.

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प्रधानमंत्री मंच से पत्रकारों से अपील कर रहे थे कि वे देश को विकसित भारत के मिज़ाज के बारे में बताएं. लेकिन उनकी पहली अपील यही थी कि पत्रकार देश को AI के बारे में तो बताएं ही, साथ ही ये भी बताएं कि ये कितना ख़तरनाक़ हो सकता है. उन्होंने ख़तरा मार्क करने के लिए क़िस्सा सुनाया  -

"ये AI और डीपफेक एक गंभीर मसला होने वाला है. मैंने एक वीडियो देखा, जिसमें मैं घर में बैठकर गा रहा था. मैंने सोचा कि क्या बढ़िया गा रहा है. लेकिन मैं सच में नहीं गा रहा था. मैंने स्कूल की पढ़ाई खत्म करने के बाद कभी गाया ही नहीं."

फिर आई अपील - “गंभीर विषय! चुनौतीपूर्ण! लोगों को शिक्षित करें.”