फ्रांस में 300 से ज्यादा भारतीयों से भरे विमान को ‘मानव तस्करी’ के शक में बीच यात्रा में रोके जाने की खबर है. ये विमान दुबई से सेंट्रल अमेरिका के निकरागुआ जा रहा था. यात्रा के दौरान ईंधन भरवाने के लिए विमान को फ्रांस में उतारा गया था. उसी दौरान उसे आगे उड़ान भरने से रोक दिया गया (Plane carrying Indians grounded in France).
फ्रांस में 300 भारतीयों को ले जा रहे विमान को 'मानव तस्करी' के शक में रोका गया
विमान संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से उड़ा था. संदेह जताया गया है कि विमान में बैठे कुछ यात्री ‘मानव तस्करी के पीड़ित’ हो सकते हैं, इसी के आधार पर उसे रोका गया है.
पेरिस के एक पब्लिक प्रॉसिक्यूटर ने न्यूज एजेंसी AFP को बताया कि इंटेलिजेंस से कुछ सूचना मिली थी. उसी के आधार पर विमान को डिटेन किया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक बताया गया कि ऐसा संदेह था कि विमान में बैठे कुछ यात्री ‘मानव तस्करी के पीड़ित’ हो सकते हैं, इसी के आधार पर उसे रोका गया है. प्रॉसिक्यूटर के मुताबिक विमान संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से उड़ा था.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार फ्रांस की नेशनल एंटी-ऑर्गनाइज्ड क्राइम यूनिट JUNALCO इस मामले की जांच कर रही है. एक अधिकारी ने बताया कि A340 फ्लाइट रोमानिया की कंपनी लिजेंड एयरलाइन्स द्वारा ऑपरेटर की जा रही थी. फिलहाल विमान को वैट्री एयरपोर्ट के रनवे पर खड़ा रखा गया है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार वैट्री एयरपोर्ट के रिसेप्शन को वेटिंग एरिया में तब्दील कर दिया गया है. सभी यात्रियों के लिए अलग-अलग बेड्स की व्यवस्था कराई गई है.
बताया गया कि विमान वैट्री एयरपोर्ट पर रीफ्यूलिंग के लिए उतरा था. तभी इंटेलिजेंस रिपोर्ट के आधार पर उसे जांच के लिए रोक लिया गया. इस घटना से जुड़े सूत्रों के मुताबिक विमान में बैठे यात्रियों का प्लान सेंट्रल अमेरिका ट्रैवल करने का था. वहां से वो अमेरिका या कनाडा में कथित तौर पर अवैध तरीके से प्रवेश करने जा रहे थे.
इस मामले में न्यायिक जांच शुरू की जा चुकी है. वैट्री एयरपोर्ट को पुलिस ने छावनी में तब्दील कर दिया है. बता दें कि वैट्री एयरपोर्ट पेरिस से 150 किलोमीटर पूर्व में स्थित है. ये एयरपोर्ट ज्यादातर बजट एयरलाइन्स की सेवा देता है. जाते-जाते एक और महत्वपूर्ण जानकारी, फ्रांस में मानव तस्करी के लिए 20 साल तक की सजा का प्रावधान है.
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