कानपुर सेन्ट्रल रेलवे स्टेशन पर दिल्ली से भागलपुर जाने वाली विक्रमशिला एक्सप्रेस के एक डब्बे में 400 से ज्यादा यात्री भर गए. इससे कोच के स्प्रिंग पर लोड पड़ा और डिब्बा वहीं बैठ गया.
होली पर उमड़ी भीड़, कोच में 72 सीटें थीं, 400 से ज्यादा घुस गए, डिब्बा वहीं बैठ गया
कानपुर सेन्ट्रल रेलवे स्टेशन पर दिल्ली से भागलपुर जाने वाली विक्रमशिला एक्सप्रेस में ये घटना घटी
ट्रेन के एक डब्बे में 72 सीट होती हैं. नियम के हिसाब से इन 72 सीटों पर 72 ही लोग बैठ सकते हैं. लेकिन डिब्बे में घुस गए 400 से ज्यादा लोग घुस गए. एक-एक सीट पर पांच-पांच लोग. जिन्हें सीट नहीं मिली वो इधर-उधर टिक गए. कुछ खड़े हो गए, कुछ पलती मारकर कोच के फर्श पर बैठ गए. आलम ये था कि करीब आधा दर्जन लोग टॉयलेट में बैठे मिले.
आजतक से जुड़े रंजय सिंह के मुताबिक जो लोग इस कोच में थे, उनका होली के त्योहार पर घर जाने के लिए हौसला बुलंद था. लेकिन, ट्रेन के इस कोच ने हार मान ली. कोच के स्प्रिंग ने दम तोड़ दिया. इसके बाद आरपीएफ को बुलाया गया और कुछ लोगों को दूसरे कोच में शिफ्ट किया गया. फिर मरम्मत हुई और तब जाकर कोच ट्रेन को रवाना किया गया.
कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन के एक अधिकारी आशुतोष सिंह ने आजतक को बताया
विक्रमशिला एक्सप्रेस ट्रेन के S3 कोच में कानपुर से पहले ही लोग भरे हुए थे. कानपुर पहुंचने के बाद और भीड़ बढ़ गई. स्प्रिंग लोड नहीं उठा पा रहा था इसलिए आरपीएफ को बुलाना पड़ा.
आजतक की खबर के मुताबिक दिल्ली से पश्चिम बंगाल जाने वाली महानंदा एक्सप्रेस में भी कुछ ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला था. त्योहारों को ध्यान में रखते हुए रेलवे प्रशासन ने कुछ और विशेष ट्रेन चलाने का फैसला किया था जिससे लोग बिना किसी परेशानी के अपने-अपने घर पहुंच सकें. लेकिन, भीड़ ज्यादा होने के चलते लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है. और उन्हें टॉयलेट की सीट पर बैठकर घर जाना पद रहा है.
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