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पटना रेलवे स्टेशन का ये कुली पुलिस प्रोटेक्शन लेकर उठाता है सामान, हाई कोर्ट तक पहुंच गया था

ताकतवर, रसूखदार लोगों को पुलिस प्रोटेक्शन मिलना आम है, लेकिन कभी-कभी आम नागरिकों को भी ये सुरक्षा मिलती है. जैसे पटना जंक्शन के एक कुली को मिली हुई है.

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यात्री पूछते हैं, 'ये आपकी सुरक्षा के लिए हैं?' (तस्वीर - आजतक)

'जॉली एलएलबी' में अरशत वारसी को गनर मिलता है. 'ओएमजी' में परेश रावल को भी सुरक्षा दी जाती है. 'ज़ेड प्लस' में आदिल हसन को पीएम के लेवल की सिक्योरिटी दे दी जाती है. 'पीपली लाइव' में नत्थादास को भी प्रोटेक्शन दी गई. आप सोच रहे होंगे हम ये अजीब-अजीब एग्जांपल आपको क्यों बता रहे हैं. क्योंकि ताकतवर, रसूखदार लोगों को पुलिस प्रोटेक्शन मिलना आम है, लेकिन कभी-कभी आम नागरिकों को भी ये सुरक्षा मिलती है. जैसे पटना जंक्शन के एक कुली को मिली हुई है.

पटना जंक्शन पर लोगों का बोझ उठाने वाले इस कुली का नाम धर्मा है. बिहार के आरा के रहने वाले हैं. 1989 से पटना जंक्शन पर बतौर कुली काम करते हैं. 24 साल बाद, 27 अक्टूबर 2013 को धर्मा की जिंदगी में सब बदल गया. देश पर चुनाव का बुखार चढ़ा था. कांग्रेस तीसरी बार सत्ता में आना चाहती थी. भाजपा नरेंद्र मोदी को चेहरा बनाकर मैदान में उतरी थी. वो पटना के गांधी मैदान में एक रैली के लिए आने वाले थे. तारीख थी 27 अक्टूबर.

2013 बिहार बम ब्लास्ट

लेकिन रैली से पहले पटना में एक के बाद एक धमाके हुए. सुबह 10 बजे पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन पर पहला बम ब्लास्ट हुआ. दूसरा और तीसरा बम गांधी मैदान के पास फटा. गांधी मैदान के आसपास और भी ब्लास्ट हुए. इन सभी ब्लास्ट्स में छह लोगों की मौत हुई और कई घायल हुए थे.

आप सोच रहे होंगे कि इन सबसे धर्मा का क्या कनेक्शन?

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सीधा कनेक्शन है. पटना जंक्शन पर सुबह 10 बजे हुए ब्लास्ट के बाद धर्मा ने एक आतंकी इम्तियाज अंसारी को धर दबोचा था. उन्होंने इम्तियाज को पुलिस के हवाले कर दिया. इस घटना के बाद से ही धर्मा को लगातार धमकियां मिलती रहीं. 2016 में धर्मा पर हमला भी हुआ. आजतक से जुड़े सुजीत कुमार से बातचीत में धर्मा ने बताया कि पाकिस्तान से भी उन्हें धमकियां मिलती रहीं. 

घटना के दिन को याद कर धर्मा ने कहा,

'सुबह लगभग 9:30 बज रहे थे, तभी (स्टेशन के) शौचालय में एक बम ब्लास्ट हुआ. मैं कुली विश्राम गृह में था. यहां से निकलकर मैंने देखा कि कोई दरवाजा खोल-बंद कर रहा था. मुझे शक हुआ. तब मैंने इम्तियाज अंसारी को पकड़ा. इसके बाद मुझपर 10 नंबर प्लेटफार्म पर हमला हुआ.'

धर्मा ने आगे ये भी बताया कि कई पैसेंजर्स गार्ड्स के बारे में पूछते भी हैं. पूछे जाने पर मैं यात्रियों को ये कहानी बताता हूं. धर्मा ने आगे एक दावा भी कर दिया. बताया कि पाकिस्तान ने उन पर ‘50 लाख का इनाम’ रखा था. इसके बाद ही धर्मा ने सुरक्षा की मांग की. वो हाई कोर्ट पहुंचे. इसी साल अप्रैल में उनकी सुरक्षा में दो गार्ड लगा दिए गए. जिसमें एक जीआरपी का जवान है और दूसरा बिहार पुलिस का जवान है.

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