
जीप अस्थाई बने पीपा पुल ले निकल रही थी कि रेलिंग को तोड़ कर गंगा नदी में गिर गई. कुछ ही देर में बचाव के लिए हजारों लोग जुट गए. (फोटो-आइएएनएस)
जब तक कुछ समझते वैन पानी में समा गई बाढ़ प्रभावित इलाकों में आने-जाने के लिए अस्थायी रूप से लोहे के पीपों से पुल तैयार किया जाता है. इस पर जब कोई गाड़ी गुजरती है तो यह कुछ हिलता है. 23 अप्रैल को जब पीपा पुल की रेलिंग को तोड़ती हुई यह गाड़ी पुल में गिरी तो तेजी से पुल हिला, यह देखकर पीछे की गाड़ियां तेजी से घटनास्थल पर पहुंचीं. लेकिन तबतक जीप गंगा में समा गई. लोगों का शोर सुन कर दोनों तरफ से करीब 2 हजार से ज्यादा लोग पुल पर पहुंच गए.
हालांकि किसी भी वाहन की छत पर बैठ कर सफर करना मना है लेकिन गंगा में गिरने वाली गाड़ी की जीप के ड्राइवर मुकेश कुमार के अलावा इसकी छत पर बैठे दो लोग ही जिंदा बच सके. इनमें से एक सुजीत कुमार सिंह ने दैनिक भास्कर को बताया कि जीप के अंदर जितने लोग थे, वह उसी के अंदर बैठे रह गए और गंगा के पानी में दम घुटने से उनकी मौत हो गई. वजन के कारण गाड़ी कुछ ही मिनट में पानी में समा गई.
दानापुर हादसे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरा दुख जताते हुए मृतक 9 लोगों के परिवार को 4-4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया. साथ पटना के जिलाधिकारी ने दानापुर में हुए हादसे की जांच के आदेश दिए हैं.