26 जून को होने वाले लोकसभा स्पीकर चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने सांसदों को तीन लाइन का व्हिप जारी किया है. ये व्हिप सभी सांसदों को सदन के भीतर मौजूद रहने के लिए जारी किया गया है. तीन लाइन व्हिप पार्टी के सदस्यों के लिए सख्त आदेश होता है. स्पीकर पद के लिए आम सहमति नहीं बनने के बाद पहली बार इसका चुनाव होने वाला है. भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और कांग्रेस ने के सुरेश को उम्मीदवार बनाया है. के सुरेश ही लोकसभा में कांग्रेस के चीफ व्हिप भी हैं.
व्हिप की गंभीरता आदेश में अंडरलाइन की गई लाइन की संख्या पर निर्भर करती है.
वन लाइन व्हिप- इसके जरिये पार्टी के सदस्यों को वोटिंग के बारे में जानकारी दी जाती है. इस आदेश में सदस्यों को पार्टी लाइन को न मानते हुए अनुपस्थिति होने की छूट होती है.
टू लाइन व्हिप- इस आदेश के जरिये पार्टी सदस्यों को वोटिंग के दौरान सदन में मौजूद रहने को कहा जाता है. हालांकि वोटिंग को लेकर कोई खास निर्देश नहीं दिया जाता है.
थ्री लाइन व्हिप- ये पार्टी के सदस्यों के लिए सख्त आदेश होता है. महत्वपूर्ण बिलों के पेश होने, अविश्वास प्रस्ताव जैसी स्थिति में अमूमन तीन लाइन का व्हिप जारी किया जाता है.