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पन्नू केस वाले विकास यादव को दिल्ली पुलिस कर चुकी है अरेस्ट, मामला वसूली और किडनैपिंग का था

Vikas yadav Gurpatwant Singh Pannu Case: दिसंबर 2023 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को एक शख्स से शिकायत मिली थी. FIR के मुताबिक, विकास यादव ने शिकायतकर्ता को अपनी सोने की चेन, अंगूठियां और कैश देने के लिए मजबूर किया था. ये केस है क्या?

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Pannu मामले में DoJ की तरफ से जारी की गई Vikash Yadav की तस्वीर.

खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के कनेक्शन में विकास यादव का नाम सामने आया है. बताया जा रहा है कि साल 2023 में विकास यादव को दिल्ली पुलिस जबरन वसूली के एक मामले में अरेस्ट कर चुकी है (Pannu Murder Plot Vikas Yadav). ये जानकारी इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी एक रिपोर्ट में साझा की है. कहा गया है कि पिछले साल नवंबर में जब अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस ने विकास यादव पर पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोप लगाए थे, उसके तीन हफ्ते बाद ही विकास को अरेस्ट किया गया था.

दिल्ली में क्या हुआ था?

पिछले साल दिसंबर में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को रोहिणी के रहने वाले एक शख्स से शिकायत मिली थी. शिकायत में विकास यादव पर जबरन वसूली, किडनैंपिग और गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से संबंध होने के आरोप लगाए गए. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया,

विकास यादव एक IT कंपनी चलाता है और उसने पश्चिम एशिया में बसे कई भारतीयों के साथ संपर्क बनाया है. पिछले साल नवंबर में मेरे एक दोस्त ने मुझे विकास यादव से मिलवाया था और हमने नंबर एक्सचेंज किए. हम अच्छे दोस्त बन गए. विकास यादव ने मुझे बताया कि वो एक केंद्रीय एजेंसी के लिए संवेदनशील ऑपरेशन को अंजाम देने वाला एक अंडरकवर एजेंट है, लेकिन उसने कभी भी अपना पद या ऑफिस का पता नहीं बताया.

FIR के मुताबिक, विकास यादव ने शिकायतकर्ता को बताया कि दुबई स्थित एक शख्स के इशारे पर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने उसे खत्म करने के लिए एक सुपारी दी है. आरोप है कि विकास यादव के एक साथी ने शिकायतकर्ता के सिर पर वार किया और उन्हें अपनी सोने की चेन, अंगूठियां और कैश देने के लिए मजबूर किया. शिकायतकर्ता को मामले की शिकायत ना करने की धमकी भी दी गई.

शिकायत दर्ज कराने के अगले दिन पुलिस ने विकास यादव और उसके साथी को अरेस्ट कर लिया. दोनों पर IPC की धारा 307 (हत्या का प्रयास), 120-बी (आपराधिक साजिश), 364 ए (अपहरण), 506 (धमकी), 341 (गलत तरीके से बंधक बनाना), 328 (जहर देना) और शस्त्र अधिनियम की धारा 25/27 के तहत मामला दर्ज किया गया.

22 मार्च 2024 को विकास यादव को बेल मिल गई. पटियाला हाउस कोर्ट के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने लिखा कि बेल विकास की ओर से उनकी एक साल की बेटी की बीमारी के आधार पर दी गई है. कहा गया कि आरोपी एक पूर्व सरकारी कर्मचारी है और उसका इतिहास साफ-सुथरा है.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने चार्जशीट का हवाला देते हुए बताया कि विकास यादव ने पुलिस को बताया था कि उसके पिता BSF के साथ काम करते थे और 2007 में उनकी मौत हो गई. साल 2015 में विकास की शादी हुई. चार्जशीट में विकास के काम से जुड़ी कोई जानकारी नहीं मिली. उसमें लिखा है कि विकास का जन्म हरियाणा में हुआ था.

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बता दें कि अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस (DoJ) ने 17 अक्टूबर को विकास यादव के खिलाफ आरोप तय किए. विकास यादव पर आरोप है कि उसने भारत में रहकर निखिल गुप्ता से संपर्क किया. विकास यादव ने कथित तौर पर निखिल गुप्ता से कहा कि पन्नू की हत्या के लिए वो किसी हिटमैन को हायर करे. मामले पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि विकास यादव अब भारत सरकार का हिस्सा नहीं है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विकास यादव, रॉ में सीनियर फील्ड अधिकारी रह चुका है.

उधर, आरोप तय होने के बाद अमेरिकी जांच एजेंसी FBI ने 18 अक्टूबर को विकास यादव को वॉन्टेड लिस्ट में डाल दिया है.

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