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पाकिस्तान: शिया और सुन्नी समुदाय के बीच हिंसक टकराव, 50 से ज्यादा लोगों की मौत, युद्धविराम की घोषणा

Afghanistan की सीमा के पास स्थित खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले में सांप्रदायिक संघर्ष का पुराना इतिहास रहा है. पहले यहां आतंकवादी समूह शिया अल्पसंख्यकों को निशाना बनाते थे. लेकिन वर्तमान हिंसा भूमि विवाद से जुड़ी हुई है.

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खैबर पख्तूनख्वा में शिया समुदाय के 42 लोगों की हत्या हो गई थी.

पाकिस्तान (Pakistan violence) के उत्तर पश्चिम में बीते कई दिनों से चल रहे हिंसा के बाद शिया और सुन्नी मुस्लिम जनजातियों ने संघर्ष विराम की घोषणा की है. 21 नवंबर को कुर्रम जिले में बंदूकधारियों ने घात लगाकर शिया समुदाय के एक काफिले पर हमला किया था. जिसमें 42 लोगों की मौत हो गई थी. जवाबी कार्रवाई में सिया समुदाय के लोगों ने सुन्नी मुसलमानों को निशाना बनाया.  जिसके चलते हिंसा भड़क उठी. और दोनों समुदाय के दर्जनों लोग मारे गए.

वाशिंगटन पोस्ट की खबर के मुताबिक, प्रांतीय खैबर पख्तुनख्वा सरकार के प्रवक्ता मुहम्मद अली सैफ ने बताया,  

सरकारी प्रतिनिधिमंडल ने सुन्नी और शिया समुदाय के बुजुर्गों से बातचीत किया. जिसके बाद दोनों समुदाय सात दिन के संघर्ष विराम पर सहमत हो गए हैं. और दोनों पक्षों ने कैदियों की अदला-बदली करने और मृतकों के शव लौटाने पर भी सहमति जताई है. कैदियों में महिलाएं भी शामिल हैं.  युद्ध विराम की घोषणा से जिले के दूरदराज के इलाकों में होने वाली छोटी-मोटी झड़पे रुक जाएंगी.

खैबर पख्तूनख्वा के पुलिस अख्तर हयात गंडपुर ने बताया कि शिया नेता नागरिक वाहनों पर हमला करने वालों की तुरंत गिरफ्तारी और पीड़ितों के लिए मुआवजे की मांग कर रहे हैं. पाकिस्तान सरकार ने अब तक सार्वजनिक रूप से हमलावरों के नाम नहीं बताए हैं. और किसी भी ग्रुप ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. 22 नवंबर को कराची और लाहौर में शिया समुदाय के लोगों ने उन पर हुए हमले के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था. 

अफगानिस्तान की सीमा के पास स्थित खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले में सांप्रदायिक संघर्ष का पुराना इतिहास रहा है. पहले यहां आतंकवादी समूह शिया अल्पसंख्यकों को निशाना बनाते थे. लेकिन वर्तमान हिंसा भूमि विवाद से जुड़ी हुई है.

अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले महीने दो सशस्त्र समूहों के बीच झड़प के चलते कुर्रम में कम से कम 16 लोग मारे गए थे. जिनमें तीन महिलाएं और दो बच्चे शामिल थे. पुलिस को इस क्षेत्र में हिंसा को नियंत्रित करने में कठिनाई हो रही है. कुर्रम का 2018 में खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में विलय हुआ था. इससे पहले तक यह अर्ध-स्वायत संघ प्रशासित जनजातीय क्षेत्र का हिस्सा था. पाकिस्तान मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक जुलाई से अक्टूबर के बीच सांप्रदायिक हिंसा में 79 लोग मारे गए हैं. जुलाई और सितंबर में जनजातीय परिषद के युद्ध विराम का आह्वान करने के बाद लड़ाई खत्म हुई थी. 

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