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पाकिस्तानी भिखारियों से सऊदी अरब, दुबई वाले दुखी, छुटकारा पाने को राजदूतों को मीटिंग बुलानी पड़ी

Pakistan Beggars: सऊदी अरब ने पाकिस्तान से भिखारियों को रोकने के लिए कहा है. चेतावनी दी गई है कि अगर स्थिति को कंट्रोल नहीं किया गया तो इसका पाकिस्तानी उमराह और हज तीर्थयात्रियों पर बुरा असर पड़ सकता है. लेकिन ये भिखारी सऊदी अरब और UAE पहुंच कैसे जाते हैं?

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पाकिस्तान के भिखारियों ने किया नाक में दम (सांकेतिक फोटो- AI)

पाकिस्तान के भिखारी अपना बिजनेस इंटरनेशनल लेवल पर ले जा चुके हैं (Pakistan Professional Beggars). वो अलग-अलग देशों में फैल रहे हैं. बाकायदा वीजा बनवाकर, फ्लाइट में बैठकर विदेश जाते हैं और वहां भीख मांगते हैं. ये लोग ना सिर्फ बाकी देशों के लिए सिर दर्द बने हैं, बल्कि खुद पाकिस्तान वाले भी इनसे परेशान हैं. उनके चक्कर में पाकिस्तान के लोगों को वीजा मिलने में दिक्कते हो रही है. मामले के पीछे माफिया नेटवर्क का हाथ बताया जा रहा है.

पाकिस्तान के भिखारी उमराह वीजा का दुरुपयोग कर मक्का और मदीना के पवित्र शहरों में भीख मांगने जा रहे हैं. खबर है कि सऊदी अरब ने पाकिस्तान से ऐसे भिखारियों रोकने को लेकर एक्शन लेने को कहा है. पाकिस्तान के एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी अरब के धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि अगर स्थिति को कंट्रोल नहीं किया गया तो इसका पाकिस्तानी उमराह और हज तीर्थयात्रियों पर बुरा असर पड़ सकता है.

खबर है कि इन भिखारियों की वजह से जरूरी काम से विदेश जाने वाले पाकिस्तानियों को वीजा मिलने में दिक्कतें आ रही हैं. पाकिस्तान खुद चाहता है कि मध्य पूर्वी और खाड़ी देश पाकिस्तानी भिखारियों के आयात को रोकने के लिए अपनी वीजा जांच कड़ी कर दें. FIA के एक वरिष्ठ अधिकारी ने डॉन को बताया,

इन देशों को संभावित भिखारियों, अपराधियों और अवैध अप्रवासियों को रोकने के लिए पाकिस्तानी अधिकारियों पर दबाव डालने के बजाय अपनी वीजा देने की प्रणाली पर भी गौर करना चाहिए.

किन देशों में फैल रहे हैं?

सिर्फ सऊदी अरब ही नहीं, संयुक्त अरब अमीरात के दुबई और अबुधाबी शहरों समेत कई मध्य पूर्व देशों में भी पाकिस्तानी भिखारी देखे गए हैं. पिछले सितंबर में प्रवासी पाकिस्तानियों के सचिव जीशान खानजादा ने कहा था कि पश्चिम एशियाई देशों में हिरासत में लिए गए भिखारियों में से 90% पाकिस्तान से थे. पाकिस्तान के जियो न्यूज उर्दू को खानजादा ने बताया था,

इराक और सऊदी अरब के राजदूतों ने हमें बताया है कि पाकिस्तानी भिखारी उमराह वीजा पर तीर्थयात्रा की आड़ में विदेश यात्रा करते हैं और बाद में सड़कों पर भीख मांगते हैं.

कैसे काम करते हैं भिखारी?

इस्लामाबाद के रहने वाले उस्मान ने एक पोस्ट में लिखा,

मैं अभी उमराह से वापस आया हूं और मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मुझे पाकिस्तानी होने पर शर्म आती है. वो बिन दाऊद स्टोर के अंदर भीख मांग रहे हैं. वो उमराह के दौरान भीख मांग रहे हैं. सड़कों पर भीख मांग रहे हैं.

माफिया नेटवर्क का हाथ!

पाकिस्तानी गृह मंत्री मोहसिन नकवी का कहना है कि ये किसी एक व्यक्ति का काम नहीं है, बल्कि इसमें एक अच्छी-खासी मशीनरी शामिल है. नकवी ने सऊदी राजदूत नवाफ बिन सईद अहमद अल-मल्की के साथ बैठक में कहा कि भिखारियों को सऊदी अरब भेजने के लिए जिम्मेदार माफिया के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे.

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फिलहाल माफिया नेटवर्क पर नकेल कसने की जिम्मेदारी संघीय जांच एजेंसी FIA को सौंपी गई है. FIA के एक अधिकारी ने डॉन को बताया कि पाकिस्तान के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर इमिग्रेशन अधिकारी उन यात्रियों के बारे में अतिरिक्त सतर्क हैं जो छोटी अवधि के लिए मध्य पूर्व की यात्रा कर रहे हैं. एक महीने पहले कराची हवाई अड्डे पर सऊदी अरब जाने वाली फ्लाइट से 11 कथित भिखारियों को उतारा गया था.

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