तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) अब 'सरकारी नौकरी' करेंगे. पंजाब सूबे में उनकी बेटी मरियम (Maryam Nawaz) की सरकार है. उन्होंने लाहौर में औपनिवेशिक काल की पुरानी विरासती इमारतों की देखभाल के लिए एक अथॉरिटी बनाई है. मरियम ने नवाज शरीफ को इस अथॉरिटी का संरक्षक (Patron In Chief) बनाया है. साल 2017 तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ अब लाहौर में प्रमुख विरासत स्थलों की देखभाल के लिए काम करते नजर आएंगे.
बेटी की सरकार में पूर्व PM नवाज शरीफ की लगी 'नौकरी', इमरान खान की पार्टी ने मजे ले लिए
पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ लाहौर में पुरानी इमारतों की देखभाल के काम में लगेंगे. उन्हें लाहौर में विरासत स्थलों के संरक्षण की जिम्मेदारी दी गई है. पीटीआई ने तंज कसते हुए इसे रिटायरमेंट के बाद उनकी 'सरकारी नौकरी' बताया है और उन्हें बधाई दी है.

वहीं, इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ ने पूर्व प्रधानमंत्री की इस 'नियुक्ति' पर मजे ले लिए. पार्टी के नेता शौकत बसरा ने नवाज को पहले तो इस सरकारी 'नौकरी' के लिए बधाई दी. फिर कहा कि नवाज शरीफ 2024 के चुनावों में अपनी पार्टी की अपमानजनक हार के बाद रिटायर्ड जीवन जी रहे हैं. अब उनकी बेटी और पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम ने उन्हें कुछ काम दिया है. नवाज की सेहत के लिए यही बेहतर होगा कि वो रिटायर्ड नेता के रूप में पुरानी इमारतों की मरम्मत जैसे कुछ काम में खुद को बिजी रखें. पूर्व पीएम पर निशाना साधने में बसरा बस यहीं नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा कि नवाज 2023 में चौथी बार प्रधानमंत्री बनने के लिए लंदन से पाकिस्तान लौटे थे. लेकिन आर्मी को उनके छोटे भाई शहबाज शरीफ 'परफेक्ट पपेट' लगे.
क्या काम करेंगे नवाज शरीफदरअसल, पंजाब की सरकार ने 100 से ज्यादा इमारतों को विरासत स्थल घोषित कर रखा है. इनकी देखभाल और संरक्षण के लिए लाहौर हेरिटेज रिवाइवल अथॉरिटी (LAHR) बनाई गई है. ये अथॉरिटी ऐतिहासिक विरासत स्थलों के जीर्णोद्धार के लिए काम करेगी. ऐसी जगहों से अतिक्रमण हटाने, तारों को अंडरग्राउंड करने और उनके सुंदरीकरण पर काम किया जाएगा. नवाज शरीफ इस टीम के पैट्रन इन-चीफ की तरह काम करेंगे. वह ऐतिहासिक स्थलों के जीर्णोद्धार पर हो रहे काम और खर्चे पर भी निगरानी रखेंगे.
संरक्षक बनने के बाद मरियम के साथ मीटिंग में नवाज ने ऐतिहासिक स्थलों को लेकर एक प्लान भी पेश किया. इसके तहत शहर को 6 इलाकों में बांट दिया गया है. इन सभी इलाकों में विरासत स्थलों को बहाल करने का काम एक साथ शुरू होगा. मॉल रोड की सुंदरता बढ़ाने के लिए बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने की योजना बनी. शहर में अंडरग्राउंड पार्किंग के लिए 5 जगहों को चुना गया. लाहौर किला, जहांगीर और नूरजहां की कब्रें, शालीमार गार्डन, कामरान की बारादरी और अन्य ऐतिहासिक स्थलों के साथ शाह आलम मार्केट से भट्टी गेट तक पैदल चलने वालों के लिए रास्ता बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है.
वीडियो: तारीख: इस्लाम में रोजा रखने की शुरूआत कैसे हुई? क्या पहले भी लोग उपवास रखते थे?
