पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Attack) के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. पाकिस्तान लगातार नियंत्रण रेखा (LoC) पर छोटे हथियारों से फायरिंग कर रहा है. भारत इसका मुकम्मल जवाब भी दे रहा है. लेकिन पाकिस्तान का डर कुछ और है. दरअसल ऊरी हमले के बाद भारत की सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strike) और पुलवामा (Pulwama Attack) हमले के बाद बालाकोट (Balakot Air Strike) के हमले ने पाकिस्तान को पहले से कहीं अधिक सजग बना दिया है. भारत ने आखिरी बार बालाकोट में आतंकियों के ठिकाने पर एयरस्ट्राइक कर के उसे तबाह कर दिया था. लिहाजा इस बार तनाव बढ़ने के साथ पाक आर्मी कई तरह की सावधानियां बरत रही है.
पाकिस्तान को सता रहा एयर स्ट्राइक का डर, फॉरवर्ड पोजिशन पर तैनात किए रडार सिस्टम
Pak Army की Electronic Warfare Unit भी फिरोजपुर सेक्टर के सामने भारतीय गतिविधियों का पता लगाने के लिए Forward Areas में जा रही हैं.

इंडिया टुडे से जुड़े पत्रकार मंजीत नेगी की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी सेना भारत के किसी भी हवाई हमले का पता लगाने के लिए अपने रडार सिस्टम को सियालकोट सेक्टर में फॉरवर्ड इलाकों माने एलओसी से सटे इलाकों पर ले जा रही है. पाकिस्तानी सेना की इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर यूनिट भी फिरोजपुर सेक्टर के सामने भारतीय गतिविधियों का पता लगाने के लिए फॉरवर्ड इलाकों में जा रही हैं. हाल ही में पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय सीमा से महज 58 किलोमीटर दूर चोर कैंटोनमेंट में एक और टीपीएस-77 रडार साइट स्थापित की है. टीपीएस-77 मल्टी-रोल रडार (MRR) एक उन्नत रडार सिस्टम है.
इसका इस्तेमाल दुनियाभर में सर्विलांस और एयर ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है. पाकिस्तान अपने एयर डिफेंस के लिए मुख्य तौर पर चीन पर निर्भर है. तो एक नजर डालते हैं पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम पर, और जानते हैं कि पाक एयर डिफेंस की क्या खासियत है? पाकिस्तान मुख्य रूप से इन सिस्टम्स का इस्तेमाल करता है.
- HQ-9P/HQ-9BE: पाकिस्तान को ये सिस्टम चीन से मिला है. ये पाकिस्तान का लंबी दूरी का एयर डिफेंस सिस्टम है. ये दरअसल एक नहीं बल्कि दो सिस्टम्स हैं. पहला वर्जन है HQ-9P. इसे अपग्रेड कर के HQ-9BE बनाया गया है. इस एयर डिफेंस सिस्टम की रेंज 100 से 200 किलोमीटर के बीच है. इसमें H-200 रडार लगा है जो भारत के सुखोई और रफाल जैसे विमानों को ट्रैक कर सकता है. हालांकि रडार क्षमता और रेंज के मामले में ये भारत के S-400 से काफी पीछे है.
- LY-80: ये सिस्टम कम दूरी के टारगेट्स के लिए बनाया है. इसे भी चीन ने 2017 में बनाया था. ये सिस्टम 40 किलोमीटर की दूरी पर टारगेट को एंगेज करने की क्षमता रखता है. हालांकि अफवाहों की शक्ल में कभी-कभी खबरें आती हैं कि चीन इसका एक और वेरिएंट इस्तेमाल करता है जिसकी रेंज 70 किलोमीटर है. इसमें लगा रडार 150 किलोमीटर की दूरी पर टारगेट का पता लगा सकता है.
- FM-90: ये एक कम दूरी के लिए बनाया गया एयर डिफेंस सिस्टम है. इसे भी चीन ने ही बनाया है. ये सिस्टम 15 किलोमीटर की रेंज तक टारगेट का पता लगा कर उन्हें तबाह कर सकता है. हालांकि भारत के रफाल जैसे विमानों से लॉन्च की गई बियॉन्ड विजुअल रेंज SCALP मिसाइल्स इसे आसानी से भेद सकती हैं.
हालांकि पाकिस्तान का एक हथियार है जिसके बारे में दावा किया जाता है कि यह S-400 को भी भेदने में सक्षम है. इस हथियार का नाम है ‘फतह-गाइडेड मिसाइल’.दावा यहां तक किया गया है कि यह रॉकेट रूस से भारत को मिले S-400 एयर डिफेंस सिस्टम को भी बर्बाद कर सकता है. पाकिस्तान ने पिछले महीने ही इस ताकतवर रॉकेट का सफल परीक्षण किया था. यह 400 किलोमीटर तक मार करने वाला रॉकेट आर्टिलरी है. दावा किया जाता है कि इसका नेविगेशन सिस्टम, ट्रैजेक्टरी और दिशा-गति में बदलाव की क्षमता इसे बेहद खास और खतरनाक बनाती है. यानी ये उड़ान के दौरान अपनी दिशा बदल सकता है. एयर डिफेंस से बचने के लिए ये ट्रैजेक्टरी बदलता है जिससे दुश्मन की मिसाइल्स कन्फ्यूज होती हैं.
लेकिन कुल मिलाकर देखें तो पाकिस्तानी एयर डिफेंस भारत के सिस्टम्स जितने उन्नत नहीं हैं. इनका उद्देश्य ही सिर्फ पाकिस्तान के मुख्य शहरों और मिलिट्री ठिकानों की हिफाजत करना है. मीटियोर (Meteor) या ब्राह्मोस जैसी मिसाइल्स के आगे ये बेअसर हैं. टीपीएस-77 रडार अगर भारतीय विमानों या मिसाइल्स को इंटरसेप्ट भी कर लें, तो मिसाइल रोकना एयर डिफेंस के हाथ में नहीं है. एयरफोर्स के विमानों को तो दूसरे विमान भेज कर रोका या गिराया जा सकता है, लेकिन मिसाइल्स के आगे पाक के एयर डिफेंस सिस्टम्स बेअसर साबित होंगे.
इस बीच लगातार पांचवें दिन पाकिस्तान ने एक बार फिर सीजफायर का उल्लंघन करते हुए नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी की है. पाकिस्तानी सेना ने कुपवाड़ा, बारामूला और अखनूर सेक्टरों में बिना किसी उकसावे के गोलीबारी शुरू कर दी. भारतीय सेना ने भी पाकिस्तान की इस हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया है.
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