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पहलगाम हमले के बाद 'फैल्कन स्कॉड' की चर्चा, आतंकी संगठन TRF से क्या कनेक्शन है?

माना जा रहा है हमले के पीछे आतंकी संगठन 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) का हाथ है. TRF आतंकवादी संगठन ‘लश्कर-ए-तैयबा’ का एक प्रॉक्सी संगठन है, जो 2019 में अस्तित्व में आया. इस घटना के बाद TRF की एक शाखा 'फैल्कन स्क्वॉड' की चर्चा हो रही है.

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जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों की तस्वीर. (India Today)

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मौत का आंकड़ा 25 के पार बताया जा रहा है. 22 अप्रैल को हुए इस हमले में पर्यटकों को निशाना बनाया गया. आतंकियों ने आम लोगों पर ताबड़तोड़ गोलीबारी की. रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि ये हमला पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की साजिश है. माना जा रहा है हमले के पीछे आतंकी संगठन 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) का हाथ है. TRF आतंकवादी संगठन ‘लश्कर-ए-तैयबा’ का एक प्रॉक्सी संगठन है, जो 2019 में अस्तित्व में आया. इस घटना के बाद TRF की एक शाखा 'फैल्कन स्क्वॉड' की चर्चा हो रही है.

TRF की 'Falcon Squad'

इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि सुरक्षा एजेंसियां इस आतंकी घटना के एक अन्य पहलू पर गंभीरता से जांच कर रही है. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में TRF की ‘फैल्कन स्क्वॉड’ कश्मीर में बड़ी चुनौती बन सकती है. बताया जाता है कि TRF का यह आतंकी मॉड्यूल, टारगेटेड किलिंग करने और हमले के बाद जंगलों व ऊंचे इलाकों में छिप जाने में ट्रेंड है. यह स्क्वॉड ‘हिट एंड रन’ रणनीति पर काम करता है और ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGWs) की मदद से गतिविधियां अंजाम देता है.

सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि 'फैल्कन स्क्वॉड' को बड़ा और अत्याधुनिक हथियारों का जखीरा मुहैया कराया जा चुका है. इसका इस्तेमाल सुरक्षा बलों पर हमले और टारगेटेड किलिंग में किया जा रहा है. कुछ महीने पहले ही सुरक्षा बलों पर हमले को लेकर अलर्ट जारी किया गया था. इंटेलिजेंस रिपोर्ट के अनुसार फैल्कन स्क्वॉड को लेकर चिंता का एक विषय यह भी है कि या ये ग्रुप सोशल मीडिया के जरिए अपने नए सदस्य भर्ती कर रहा है.

आज हुए हमले की बात करें तो 22 अप्रैल की दोपहर को 5-6 नकाबपोश आतंकी पहलगाम के बैसरन इलाके में घुसे और वहां मौजूद पर्यटकों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. चश्मदीदों के हवाले से बताया गया है कि उस समय वहां सैकड़ों की तादाद में लोग मौजूद थे. गोलीबारी से उनमें खलबली मच गई. घटनास्थल से कई वीडियो सामने आए हैं जिनमें पीड़ित यात्रियों को रोते-बिलखते और चिल्लाते देखा जा सकता है.

इसके बाद इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (IGP) कश्मीर भी पहलगाम पहुंचे. इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई. सड़कों पर सेना के वाहन दौड़ते दिखे तो आसमान में हेलीकॉप्टर से भी निगरानी की जा रही है. सैनिकों ने पूरे इलाके में घेरा बंदी करके सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है.

वीडियो: 24 घंटे, मुफ्त सेवा... पहलगाम हमले के बाद ऑटो चालकों और स्थानीय लोगों ने क्या कहा?