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नूह हिंसा: मंदिर हमले के 5 आरोपी अरेस्ट, पुलिस ने ऐसा क्या कहा कि गांव वाले खुद ही थाने ले आए

पुलिस का कहना है कि इन पांचों ने नूह में हिंसा के दौरान सिंगार मंदिर में तोड़फोड़ की थी

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नूह हिंसा के बाद से पुलिस इन्हें तलाश कर रही थी | फोटो: नूह पुलिस, दायीं ओर प्रतीकात्मक फोटो

हरियाणा के नूह में ब्रजमंडल यात्रा के दौरान हुई हिंसा के पांच और आरोपियों को अरेस्ट किया गया है. ग्रामीणों ने इन पांच आरोपियों को खुद ही पुलिस को सौंप दिया. इन सभी पर नूह के सिंगार गांव के एक मंदिर में तोड़फोड़ करने का आरोप है. स्थानीय पुलिस कई दिनों से इन लोगों की गिरफ्तारी की कोशिश कर रही थी.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक नूह के जिला मजिस्ट्रेट धीरेंद्र खड़गता और एसपी नरेंद्र बिजारनिया ने बिछौर इलाके में सिंगार के ग्रामीणों से इस मुद्दे पर बात की थी. उन्होंने ग्रामीणों से आरोपियों की पहचान कर पुलिस को सौंपने की अपील की थी. रविवार, 20 अगस्त की रात को सिंगार गांव के कुछ लोग पांच आरोपियों को लेकर बिछौर थाने पहुंचे, और पुलिस के हवाले कर दिया.

किस समुदाय के लोग आरोपियों को लेकर आए? 

नूह पुलिस के प्रवक्ता कृष्ण कुमार ने एक बयान में कहा कि जिले के एसपी और डीएम ने 262 गांवों के लोगों के साथ सब-डिवीजन स्तर पर कई बैठकें कीं. इस दौरान दोनों समुदायों के लोगों से शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के अलावा आरोपियों की गिरफ्तारी में मदद करने की भी अपील की गई थी. इसके बाद सिंगार गांव के कुछ लोग मंदिर पर हमले के पांच आरोपियों जुबेर, सलमान, अंसार, रफीक और अबू बकर को लेकर थाने आए और उन्हें पुलिस को सौंप दिया. ये सभी आरोपी सिंगार के ही रहने वाले हैं. कृष्ण कुमार के मुताबिक जो लोग आरोपियों को थाने लेकर आए उनमें सिंगार के पूर्व सरपंच हनीफ, अल्ताफ, इब्राहिम चौधरी और तैय्यब सहित कई लोग शामिल थे.

कैसे हुई थी आरोपियों की पहचान?

नूह में 31 जुलाई को हिंसा भड़की थी. इसी दौरान कुछ लोगों ने नूह के सिंगार गांव में एक मंदिर पर हमला कर दिया था. इस मामले में बिछौर थाने की पुलिस ने सैंकड़ों लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के जरिए मंदिर पर हमला करने वाले लोगों की पहचान की थी. इसके बाद से आरोपियों की धरपकड़ को लेकर लगातार सर्च आपरेशन चलाया जा रहा था.

वीडियो: नूह कांड के बाद घसीटकर बिट्टू बजरंगी को ले गई पुलिस से किसने की थी शिकायत?