ये मियां हैं 92 साल के, मगर शादियां कर चुके हैं 107. और इतनी शादियां करने के बाद कहते हैं कि ये खुदा का हुक्म है, जो वो पूरा कर रहे हैं. इधर बीच उनके मरने की खबर सब जगह फैल गई. बंदे को जैसे ही पता चला, वो चौड़ में मीडिया के सामने आया और बोला. 'अभी मरा नहीं हूं, पूरी तरह जिंदा हूं और चुस्त हूं, तंदरुस्त हूं, शादी करना जारी रखूंगा.'
मौलवी के 185 बच्चे हैं. बीवी और बच्चों की संख्या देखकर मुझे 'चुप चुप के' फिल्म का एक डायलॉग याद आ रहा है, जब राजपाल यादव एक घर में लोगों की तादाद सुनकर कहते हैं कि जब इस घर में इतने लोग हैं तो फिर इस घर क्यों कहते हो, जिला घोषित क्यों नहीं कर देते. मेरे ख्याल से इन मौलवी साब का घर जिला नहीं तो कम से कम एक छोटा-मोटा गांव तो नजर आता ही होगा.
अगस्त 2008 में मोहम्मद बेलो अबू बकर उस वक्त इंटरनेशनल लेवल पर सुर्खियों में आए थे. जब उन्होंने 86 बीवियां होने पर पत्रकारों को इंटरव्यू दिया और कहा, 'अल्लाह ने मुझसे ऐसा करने के लिए कहा था.'ज्यादातर मुस्लिम उलेमा इस बात पर राज़ी नजर आते हैं कि एक आदमी चार बीवियां रख सकता है, लेकिन वो भी उस वक्त, जब वो उन सभी का बराबरी से ख्याल रखने के काबिल हो. लेकिन, इस मामले में अबू बकर का अपना ही जवाब है. वो कहते हैं, 'कुरान में इसकी कोई सीमा नहीं है और न ही खुदा ने कहीं ऐसा करने पर कोई सजा देने की बात कही है. यह आपकी खुद की एबिलिटी और पॉवर पर डिपेंड करता है.'
लोकल शरिया कोर्ट में चार शादियों का गलत मतलब निकालने पर अबू को 2008 के आखिर में गिरफ्तार कर लिया गया था. इल्जाम लगा कि उसने बिदा में पत्रकारों से बात करके तनाव फैलाया. कोर्ट ने बाद में उसे नवंबर 2008 में इस शर्त पर रिहा कर दिया कि वो 86 में से 82 बीवियों को तलाक दे देगा, लेकिन उसने फिर भी बात नहीं मानी.

'मैं तो खुदा का ऑर्डर मान रहा हूं'
साल 2008 में बीबीसी से बातचीत करते हुए अबू ने कहा, 'लोग 10 शादियां करके ही मर जाते हैं, लेकिन मुझे अल्लाह ने पॉवर दी है, जिससे मैं 86 बीवियां रख सकता हूं. मैं कभी भी शादी के लिए उनके पास नहीं गया, बल्कि वो मेरे पास आती हैं. मैं इसे अल्लाह की मर्ज़ी मानता हूं.' अबू की ज्यादातर बीवियां 22 साल से भी कम उम्र की बनीं. कुछ तो उनके बच्चों से भी कम उम्र की थीं.उसकी एक बीवी शरीफत ने बताया था कि अबू से मिलते समय उनकी उम्र 25 साल थी और अबू की 74. बोलीं, 'उनसे मिलते ही मेरे सिर का दर्द ख़त्म हो गया. मुझे लगा कि मुझे उनसे ही शादी करना चाहिए. ये खुदा का ही इशारा है. मैं दुनिया की सबसे खुशनसीब औरत हूं, क्योंकि वो 86 बीवियों को संभालने में सक्षम हैं.'

अबुबकर की बीवी गनीयत. source BBC
एक दूसरी बीवी गनीयत का कहना है, 'जब मैं सेकेंडरी स्कूल में थी, तब मेरी मां मुझे मौलवी साहब के पास ले गई थीं किसी मसले के बारे में जानकारी लेने के लिए. तब मौलवी साहब ने मुझे प्रपोज किया. मैंने कहा मैं एक बुजुर्ग आदमी से शादी नहीं कर सकती, क्योंकि मैं 20 साल की थी और उन्हें 'बाबा' कहती थी, लेकिन उन्होंने मुझे सीधे तौर पर कहा कि ये खुदा का हुक्म है. तुम मुझसे शादी करो. मैंने शादी नहीं की. और दूसरे आदमी से शादी कर ली. उस आदमी ने मुझे तलाक दे दिया और फिर मुझे मौलवी साहब से ही शादी करनी पड़ी.'
इतने बड़े परिवार का खर्च कहां से आता है
न तो अबू कोई काम करते हैं और न उनकी बीवियां. फिर भी सब ख़ुशी से साथ रह रहे हैं. जब जानने की कोशिश की गई, तो कुछ पता नहीं चल पाया. यहां तक कि गांववालों को भी नहीं पता कि खर्च कैसे चलता है. एक बीवी का कहना था कि इतनी बीवियां और इतने बच्चे हैं. जब एक बार कहीं भीख मांगते हैं, तो एक बार में ही 290 डॉलर आ जाते हैं, जिनकी कीमत आज के दौर में करीब 13 हजार तीन सौ रुपये बनती है. 2008 में ये कीमत कुछ कम थी. एक टाइम में अबू के घर 36 किलो चावल पक जाते हैं.पहली बार ही मौत की अफवाह नहीं उड़ी
ऐसा पहली बार नहीं है जब अबू की मौत की अफवाह सामने आई है. जून 2012 में भी उसकी मौत की खबरें सामने आई थीं. तब भी उसने मीडिया को इंटरव्यू दिया था कि अभी वो जिंदा है और शादी करना बंद नहीं किया है.अबू का कहना है, 'मेरी बीवियों की ढेर सारी संख्या? मेरी केवल 97 बीवियां हैं. मैं अभी और शादी करूंगा. जब तक मैं जिंदा हूं, शादी करता रहूंगा. अगर ये मेरे हाथ में होता तो शायद मेरी दो बीवियां होतीं, लेकिन मैं जो कर रहा हूं वो खुदा का हुक्म है. और जो जो लोग मेरी बीवियों की संख्या देखकर मुझसे लड़ने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें मेरी केवल इतनी सलाह है कि वे लोग उन्हें बनाने वाले अल्लाह के खिलाफ जंग छेड़ रहे हैं. ये सब मेरे विरोधी अफवाह फैला रहे हैं कि मैं मर गया.'
फ़िलहाल उसकी 97 बीवियां हैं. वो भी तब, जब वो 10 बीवियों को तलाक दे चुका है.