न्यूज़ीलैंड की एक मस्जिद में गोलियां चलाकर आतंकी ब्रैंटन टैरंट ने 49 लोगों की जान ले ली. इस हमले ने पूरी दुनिया को दहला दिया है. आतंकी ने हमले से पहले खुद ही बहुत से सवालों के जवाब दिया. ब्रैंटन 2 साल पहले से आतंकी हमले की तैयारी कर रहा था. हमले से पहले उसने एक डॉक्यूमेंट शेयर किया था. इसमें हमले की तैयारी से लेकर हमले की वजहों तक सब बताया है.
नाइट्स टैम्पलार संगठन से जुड़ा था आतंकी
आतंकी ने डॉक्यूमेंट में लिखा है कि वो नाइट्स टैम्पलार संगठन को सपोर्ट करता है. लेकिन इस हमले को उसने अकेले ही प्लान किया है. उसने बताया कि इस तरह के संगठनों से लाखों लोग जुड़े हैं और ऐसे हजारों संगठन हैं. ये लोग खुद को एथनो-नैशनलिस्ट कहते हैं. एथनो-नैशनलिस्ट मतलब वो लोग जो अपनी बिरादरी को बचाने और बढ़ाने वालों के लिए काम करते हैं. या ऐसा सोचते हैं कि काम कर रहे हैं.
नाइट्स टैम्पलार जैसे संगठनों के लोगों से प्रभावित था आतंकी
आतंकी ने लिखा कि वो ऐसे लोगों को सपोर्ट करता है जो संस्कृति को बचाने के लिए स्टैंड लेते हैं. ऐसे कुछ लोगों का नाम भी लिखा. लूका ट्रेनी, डिलन रूफ़, एंटन लुंडिन और डैरन ऑस्बोर्न. लेकिन खासतौर पर जस्टिशियर ब्रेविक का नाम लिखा. इसी ब्रेविक से आतंकी ने हमले के लिए आशीर्वाद लिया था. उसने लिखा कि डिलन रूफ की किताबें उसने पढ़ी हैं. पर वो जस्टिशियर ब्रेविक से खासा प्रभावित था.
आतंकी ने हमले के पहले डॉक्यूमेंट शेयर किया (1)
क्या संगठन ने ही हमला करवाया?
आतंकी ने लिखा है कि नाइट्स टैम्पलार ने हमला नहीं करवाया. लेकिन उसने इस संगठन से हमले के लिए आशीर्वाद मांगा था. आतंकी के अनुसार नाइट्स टैम्पलार ने आशीर्वाद दिया भी. लेकिन ये स्पष्ट नहीं है कि आतंकी ने सीधे तौर पर हमले के बारे में बताकर आशीर्वाद मांगा या फिर बस किसी मिशन में सफल होने की बात कही.
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