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उर्दुस्तान भी बनाना चाहता है... खालिस्तानी पन्नू पर आई खुफिया रिपोर्ट में और क्या खुलासे हुए?

भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की इस रिपोर्ट में खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के एजेंडे की जानकारी दी गई है. पन्नू इस समय कनाडा में मौजूद है.

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भारत के गृह मंत्रालय ने  7 जुलाई, 2020 को गुरपतवंत सिंह पन्नू को आतंकी घोषित किया था. (फाइल फोटो: आजतक)

खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannun) पर एक नई खुफिया रिपोर्ट तैयार की गई है. भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की इस रिपोर्ट में पन्नू के एजेंडे की जानकारी दी गई है. ये बात सभी जानते हैं कि गुरपतवंत सिंह पन्नू खालिस्तान का समर्थक है. लेकिन वो सिर्फ खालिस्तान ही नहीं, बल्कि ‘उर्दुस्तान’ भी बनाना चाहता है. इंडिया टुडे से जुड़े अरविंद ओझा की रिपोर्ट के मुताबिक सुरक्षा एजेंसियों ने हाल ही में एक नया डोजियर तैयार किया है. डोजियर यानी एक तरह का डॉक्यूमेंट. इसमें पन्नू की गतिविधियों और देश को धर्म के आधार पर बांटने के उसके मंसूबों का जिक्र है.

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कौन है गुरपतवंत सिंह पन्नू?

गुरपतवंत सिंह पन्नू का जन्म अमृतसर में हुआ था. भारत-पाकिस्तान बंटवारे के समय 1947 में पन्नू का परिवार पाकिस्तान के खानकोट गांव से अमृतसर आया था. पन्नू ने पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री ली. पन्नू के माता पिता की मौत हो चुकी है. पन्नू का भाई मगवंत सिंह विदेश में रहता है.

जानकारी के मुताबिक, पन्नू अमेरिका में वकील है. पन्नू अमेरिका में अलगाववादी ग्रुप सिख फॉर जस्टिस का प्रमुख है और पंजाब को भारत से अलग करने की मांग करता रहता है. भारत के गृह मंत्रालय ने  7 जुलाई, 2020 को गुरपतवंत सिंह पन्नू को आतंकी घोषित किया था.

डोजियर के मुताबिक, पन्नू भारत को अलग-अलग टुकड़ों में बांटकर कई देश बनाना चाहता है. वो धार्मिक आधार पर देश को बांटना चाहता है. पन्नू देश के मुस्लिमों को बहला-फुसलाकर एक मुस्लिम देश बनाना चाहता हैं जिसका नाम वो ‘डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ उर्दुस्तान’ रखना चाहता है. इसके अलावा वो कश्मीर के लोगों को भी रेडिकलाइज कर रहा है, जिससे कश्मीर को भारत से अलग किया जा सके.  

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भारत में हैं 16 केस 

रिपोर्ट के मुताबिक, पन्नू इंडिया गेट पर खालिस्तानी झंडा फहराने वाले को 2.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 20 करोड़ 78 लाख रुपये) देने की घोषणा कर चुका है. उसने ऐसे पुलिसकर्मी को 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 8 करोड़ 31 लाख रुपये) देने की घोषणा की थी, जो 15 अगस्त 2021 को लाल किले पर तिरंगा लहराने से रोकता.

इसके अलावा पन्नू कई बार वॉयस मैसेज भेजकर भारत की एकता और अखंडता को चुनौती दे चुका है. पन्नू पंजाब, दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा में अपने गुर्गों के जरिए खालिस्तानी पोस्टर और झंडे लगवाने की कई बार कोशिश कर चुका है. पन्नू के खिलाफ भारत में 16 केस दर्ज हैं. ये मामले दिल्ली ,पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और उत्तराखंड में दर्ज किए गए हैं. पन्नू के खिलाफ कई केस UAPA यानी अनलॉफुल एक्टिविटी प्रिवेंशन एक्ट के तहत दर्ज हैं. 

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