नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 15 फरवरी की रात मची भगदड़ (New Delhi Railway Station Stampede) में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों और हादसे के वक्त मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के बयान सामने आ रहे हैं. इस हादसे में 18 लोगों के मौत की पुष्टि हो चुकी है. जबकि 25 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं.
बिहार के नवादा जिले के रहने वाले राजकुमार मांझी ने इस हादसे में अपनी पत्नी और बेटी को खो दिया है. उन्होंने दैनिक भास्कर के रिपोर्टर को बताया,
किसी ने खोया बेटा, किसी ने बहन... इतना भयानक था नई दिल्ली स्टेशन हादसा, पूरी तस्वीर ये रही
.New Delhi Railway Station Stampede update: 15 फरवरी की रात मची भगदड़ में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के बयान सामने आ रहे हैं. प्रत्यक्षदर्शियों के भी बयान आए हैं.

हम 8 बजे के आसपास स्टेशन पहुंच गए थे. सात नंबर प्लेटफॉर्म पर एक ट्रेन 10 बजकर कुछ मिनट पर आने वाली थी और हम उस प्लेटफॉर्म की तरफ जा रहे थे. हम चार लोग थे. मैं, मेरी पत्नी, एक बेटा और एक बेटी. तभी अचानक भगदड़ मच गई थी. इस हादसे में मेरी पत्नी और बेटी की मौत हो चुकी है. जबकि मेरा बेटा भी हमसे बिछड़ गया है. हालांकि, वो सुरक्षित है.
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फिर उन्होंने फोन में अपनी बच्चों और अपनी पत्नी की तस्वीर दिखाई, जो काफी भावुक करने वाला था. राजकुमार मांझी की तरह ही संजय नाम के युवक ने इस हादसे में अपनी बहन को खो दिया. उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI को बताया,
हम 12 लोग कुंभ के लिए जा रहे थे. हमारी ट्रेन रात को 10 बजकर 10 मिनट की थी. हम सीढ़ियों से नीचे उतर रहे थे. तभी अचानक से काफी भीड़ आ गई और धक्का मुक्की होने लगी. इस वजह से भगदड़ मच गई. मेरे भाई की पत्नी और मेरी बेटी उसमें फंस गई थी, जिन्हें मैंने खींचकर बाहर निकाल लिया. लेकिन मेरी बहन आधे घंटे बाद मुझे मिली, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी. मैं उनको पटरी क्रॉस करते हुए स्टेशन के बाहर तक लेकर आया. प्रशासन की कोई व्यवस्था नहीं थी.
वहीं, बिहार के समस्तीपुर जिले की रहने वाली मीना ने बताया कि हादसे में उनकी देवरानी की मौत हो गई है. उन्होंने इंडिया टुडे को बताया,
कैसे हुआ हादसा?हमलोग दिल्ली के सुल्तानपुरी में रहते हैं और पूरे परिवार के साथ कुंभ के लिए जा रहे थे. स्टेशन पर हमलोग जैसे ही पहुंचे तो भगदड़ मच गई. हादसे में मेरी देवरानी सीलम की मौत हो गई. जबकि मेरे देवर के पैर में चोट आई है. उनसे ना तो हमें मिलने दिया जा रहा है और ना ही उनको अस्पताल से बाहर ले जाने दे रहे हैं ताकि हम उन्हें किसी प्राइवेट हॉस्पिटल में ले जा सकें.
दरअसल, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार, 15 फरवरी की रात प्रयागराज महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. जिससे स्टेशन पर भगदड़ मच गई. जानकारी के मुताबिक, ये हादसा नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की प्लेटफॉर्म संख्या 14 और 15 पर हुआ. यहां प्रयागराज जाने के लिए शाम 4 बजे से ही भारी भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी. बताया जा रहा है कि रात को करीब 8 बजे प्रयागराज जाने वाली 3 ट्रेनें लेट हो गईं, जिससे भीड़ बढ़ना शुरू हो गई और भगदड़ मच गई. खबर लिखे जाने तक मृतकों की संख्या 18 है. रेल मंत्री अश्विणी वैष्णव ने इस घटना को लेकर उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं. रेलवे ने मृतकों के परिवारों को आर्थिक मदद देने का एलान किया है. मृतकों के परिवारों को 10 लाख और गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये की आर्थिक मदद की जाएगी. वहीं, सामान्य रूप से घायल व्यक्ति को 1 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा.
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