The Lallantop

NDA के साथ रहने के लिए चंद्रबाबू नायडू मोदी सरकार से ये पद तो नहीं मांग लेंगे?

सूत्रों ने बताया कि अभी तक विपक्षी INDIA गठबंधन की तरफ से किसी ने टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू से संपर्क नहीं किया है.

post-main-image
NDA की बैठक में पहुंचे चंद्रबाबू नायडू (फोटो- PTI)

लोकसभा चुनाव में बहुमत नहीं मिलने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (BJP) अपने सहयोगियों के साथ सरकार बनाने की कवायद में जुटी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. इसके बाद बीजेपी एनडीए के सहयोगी दलों के साथ बैठक करने वाली है. इनमें से सबसे अहम हैं - तेलुगु देशम पार्टी (TDP) और जनता दल यूनाइटेड (JDU). दोनों दलों के प्रमुख नेता इस बैठक के लिए दिल्ली भी पहुंच चुके हैं. सूत्रों की माने टीडीपी इस बैठक में लोकसभा स्पीकर का पद मांग सकती है.

इंडिया टुडे से जुड़ीं पॉलोमी साहा की रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने ये भी बताया कि अभी तक विपक्षी INDIA गठबंधन की तरफ से किसी ने टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू से संपर्क नहीं किया है. हालांकि कहा जा रहा है कि कुछ दूतों को नायडू के पास भेजा सकता है.

दिल्ली आने से पहले चंद्रबाबू नायडू ने विजयवाड़ा में कहा कि उनकी पार्टी एनडीए में है और वे आज गठबंधन की बैठक में हिस्सा लेंगे. नायडू ने मीडियाकर्मियों से सिर्फ इतना कहा कि समय के साथ अगर कुछ होगा तो वे सबको बताएंगे.

वहीं, अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने भी सूत्रों के हवाले से लिखा कि टीडीपी के साथ जेडीयू ने भी बीजेपी नेतृत्व को हिंट दिया है कि गठबंधन सहयोगियों को स्पीकर का पद दिया जाना चाहिए. इससे पहले अटल बिहारी वाजपेयी की गठबंधन सरकार में भी स्पीकर का पद टीडीपी क जीएमसी बालयोगी के पास था.

सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि ये (स्पीकर पद लेने) कोशिश भविष्य में गठबंधन सहयोगियों को किसी भी तरह के अलगाव से "बचाने" के लिए है. सूत्रों की माने तो चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार, दोनों ने बीजेपी के दूसरे सहयोगियों से भी इसका समर्थन करने को कहा है.

आंध्र प्रदेश से एनडीए की एक और सहयोगी जनसेना पार्टी भी बैठक में हिस्सा लेने वाली है. जनसेना के प्रमुख पवन कल्याण दिल्ली पहुंचे हैं. जनसेना राज्य में भी बीजेपी और टीडीपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ी है. राज्य में लोकसभा की कुल 25 सीटें हैं. इस चुनाव में एनडीए ने जोरदार वापसी की है. टीडीपी को 16, बीजेपी को 3 और जनसेना को 2 सीटें मिली हैं.

बहुमत से 32 सीट दूर रह गई BJP

लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 240 सीटें मिली हैं. बहुमत के लिए 272 के आंकड़े की दरकार है. एनडीए के हिस्से 292 सीटें आई हैं, जो सरकार बनाने के लिए पर्याप्त हैं. इसलिए इस बार बीजेपी को सहयोगी दलों के दम पर सरकार चलानी है. इससे पहले की दोनों सरकारों में बीजेपी के पास अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा था.

ये भी पढ़ें- BJP तो जीती 240 सीटें, पर NDA की सरकार में JDU-TDP के अलावा इस बार किसका 'रसूख' दिखेगा?

एनडीए के दूसरे सहयोगी दलों में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और शिवसेना (शिंदे गुट) भी हैं. LJP को 5 और शिवसेना को 7 सीटें मिली हैं. सूत्रों ने बताया कि इन दोनों दलों ने भी मंत्री पद की मांग की है.

इसके अलावा अभी तक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुलकर चुनाव नतीजों और एनडीए के साथ सरकार बनाने को लेकर कोई बयान नहीं दिया है. हालांकि वे बैठक में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली आए हैं. नीतीश कुमार की पार्टी ने 12 सीटों पर जीत दर्ज की है. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने INDIA गठबंधन छोड़ा था और एनडीए के साथ चले गए थे. जबकि विपक्षी दलों को जोड़ने में उनकी भूमिका अहम मानी जा रही थी.

एनडीए की बैठक के लिए नीतीश जिस फ्लाइट से दिल्ली के लिए रवाना हुए, उसमें उनकी सीट के पीछे तेजस्वी यादव भी बैठे हुए दिखे. तेजस्वी INDIA गठबंधन की बैठक में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली आए हैं.

वीडियो: लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद सपा पर दंगे भड़काने के आरोपों पर क्या बोले रामगोपाल यादव ?