The Lallantop

नवाब मलिक की बेटी नीलोफर का खुला खत-बताया पति की गिरफ्तारी वाली रात क्या हुआ था

लिखा-हमारे लिए "पेडलर की पत्नी' और 'ड्रग तस्कर' जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया.

post-main-image
महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक की बेटी नीलोफेर मलिक खान (बाएं) और उनका लिखा लेटर.
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक की बेटी नीलोफर मलिक खान ने ओपन लेटर लिखा है. इसमें उन्होंने इसी साल जनवरी में एनसीबी द्वारा उनके पति समीर खान को गिरफ्तार किए जाने के बाद जिस तरह से उनके परिवार के साथ व्यवहार किया गया उसके बारे में लिखा है. और क्या है लेटर में? नीलोफर के पति का नाम समीर खान है. 13 जनवरी को एनसीबी ने समीर खान को 194.6 किलोग्राम गांजा खरीदने और बेचने के जुर्म में गिरफ्तार किया था. समीन खान और 5 अन्य को इस मामले में आरोपी बनाया गया है. शनिवार 5 नवंबर को सुबह करीब सवा ग्यारह बजे नीलोफर ने एक ट्वीट किया. ट्विटर पर नीलोफेर खान ने अपने इस खुले खत को 'फ्रॉम द वाइफ ऑफ एन इनोसेंट, द बिगनिंग' नाम दिया है.  नीलोफर ने लिखा है,
"जिंदगी में  ऐसा समय भी आता है जब अचानक आप पर आपदा आ जाती है. आपको संभलने का मौका भी नहीं मिलता. आप खुद को बिगड़ते हालातों से घिरा पाते हैं. इसी तरह की एक आपदा हमारे परिवार पर भी आई. मुझे आज भी याद है वो 12 जनवरी की रात थी. जब मेरे पति को उनकी मां ने फोन कर बताया था कि अगले दिन उन्हें एनसीबी ने दफ्तर में बुलाया है. जब समीर एनसीबी ऑफिस पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि  बहुत सारी मीडिया उनके आने का इंतजार कर रही है.
निलोफर आगे लिखती हैं कि
"मेरे पति सुबह 9 बजे एनसीबी दफ्तर पहुंचे थे और रात 12 बजे तक उनसे पूछताछ की गई. वो 15 घंटे मेरे और मेरे बच्चों के लिए बेहद परेशान करने वाले थे. मैंने गुस्से में आकार खिड़की के शीशे पर हाथ मार दिया था, कांच टूट कर मेरे पैर पर  गिर पड़ा और मेरे पैर में 250 टांके आए. 12 बजे मेरे पास समीर का कॉल आया कि उन्हें अरेस्ट मेमो पर साइन करने के लिए कहा गया है. और उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है.
उन्होंने आगे लिखा है,
कोई ठोस सबूत न होने के बावजूद समीर को गिरफ्तार किया गया. इससे हम काफी हर्ट हुए.तब हमें महसूस हुआ कि यह व्यक्तिगत तौर पर समीर से अधिक है. उस रात मेरे माता-पिता ने मुझे उनके घर रुकने के लिए कहा. उसकी अगली सुबह मेरे पास सिक्योरिटी गार्ड का कॉल आया कि एनसीबी की टीम आई है. घर और ऑफिस की तलाशी लेना चाहती है. यह सुबह 7:30 का समय था. मेरे वहां पहुंचने से पहले ही उन्होंने तलाशी शुरू कर दी थी. लेकिन उन्हें हमारे घर और ऑफिस में कुछ नहीं मिला. सबूतों के अभाव में मेरे पति को महीनों जेल में रखा गया.
नीलोफर ने आरोप लगाया कि हमारे परिवार को 'बहिष्कृत' किया गया. हमारे लिए "पेडलर की पत्नी' और 'ड्रग तस्कर' जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया. हमारे बच्चों ने दोस्त खो दिए. करीब आठ महीने जेल में रहने के बाद कोर्ट ने समीर खान को जमानत दे दी.