The Lallantop

इस लड़की का पेट निकाला जा चुका है, खाना बनाती है और इसका खाना दुनिया देखती है

नताशा के इंस्टाग्राम पर 46 हज़ार से ज़्यादा फॉलोअर्स हैं. पेट खोने की वजह स्ट्रेस था.

post-main-image
नताशा के पेट में ट्यूमर हो गया था.
इंडिया में लगभग हर कोई खाने का शौकीन होता है. यहां इतने ज़ायके हैं कि गिनती मुश्किल है. हर जगह का अपना ख़ास स्वाद, लेकिन खाना बनाने का शौकीन कोई-कोई ही होता है. नताशा दिद्दी का इंस्टाग्राम पर 'द गटलेस फ़ूडी' नाम से अकाउंट है. इस पर वो अपने बनाए खाने की तस्वीरें डालती हैं. लगभग 46 हज़ार फ़ॉलोअर्स हैं. हो सकता है आप सोचें कि इसमें क्या खास बात है? इंस्टाग्राम पर कई फ़ूडग्रामर्स यानी खाने की फोटो शेयर करने वालों में से कई और के इससे भी ज़्यादा फ़ॉलोअर्स हैं? अलग बात नताशा के फोटो या उनके फॉलोअर्स नहीं बल्कि ख़ुद नताशा हैं. नताशा का पेट नहीं है. वो जो भी खाती हैं, सब एक घंटे में पचकर शरीर से बाहर निकल जाता है. चूंकि उनका पेट नहीं है तो वो विटामिन बी प्रोड्यूस नहीं कर पातीं. ये सीधे उनकी याद्दाश्त पर असर डालता है. जानिए पूरी बात-
natasha2
नताशा अब 40 साल की हैं. Source: Instagram

नताशा ने मुंबई के दादर कैटरिंग कॉलेज से पढ़ाई की थी. उन्हें बचपन से खाना बनाने का शौक था. बाद में उन्होंने मुंबई के कई बड़े रेस्टोरेंट और होटलों में काम किया. फिर नताशा ने शादी कर ली और दिल्ली शिफ़्ट हो गईं. यहां वो ऐसी नौकरी करने लगीं, जिससे उन्हें अलग-अलग देश के शेफ़ से मिलने का मौका मिलता और उनका फ़ूड कल्चर समझने का मौका मिलता.
फिर चीज़ें बदलने लगीं. वो कई घंटे काम किया करती थीं लेकिन दिल्ली में एडजस्ट नहीं कर पा रही थीं. उनकी शादी टूट गई. नताशा के एक्स-पति और उसके घरवाले उन्हें परेशान किया करते थे. उनकी ज़िंदगी में जो कुछ भी हो रहा था, उसका वो बहुत स्ट्रेस लेने लगी थीं. इसका असर उनके शरीर पर पड़ गया. 2010 तक स्थिति ऐसी हो गई थी कि वो कुछ भी खातीं और उनके बाएं कंधे में ज़ोरों का दर्द होने लगता. उस समय वो 33 साल की थीं. नताशा को पता चला कि उनके पेट में ब्लीडिंग अलसर्स और ट्यूमर हैं. नताशा का वज़न 38 किलो हो गया था. हीमोग्लोबिन 4 था. नौ घंटे तक चली सर्जरी में उनका पेट निकाल दिया गया. अच्छा हुआ समय रहते सर्जरी हो गई, नहीं तो जान को खतरा था.
सर्जरी के बाद नताशा की ज़िंदगी बिल्कुल बदल चुकी थी. उन्होंने हार नहीं मानी. अपने पैशन को फिर से फॉलो करना शुरू किया. नताशा के पेट में ट्यूमर होने का सबसे बड़ा कारण था- स्ट्रेस. हम सोचते हैं स्ट्रेस से हमें ज़्यादा से ज़्यादा सिर दर्द होगा, पीठ में दर्द होगा या नींद नहीं आएगी. लेकिन स्ट्रेस कई बारी इससे भी ज़्यादा भयानक रूप ले लेता है. पेट और दिमाग हमारे शरीर के वो हिस्से हैं, जो सीधे स्ट्रेस अब्ज़ॉर्ब करते हैं. नताशा के पेट में भी ट्यूमर स्ट्रेस की वजह से डेवलप हुआ था.
natasha 3
Source: Instagram

नताशा दिन में 6-7 बार खाना खाती हैं. खाना एक घंटे में पचकर बाहर निकल जाता है. उनके खाने-पीने का डॉक्टर खास ख्याल रखते हैं. नताशा को सच में खाने से बहुत प्यार है. गटलेस फूडी की मदद से सब को पता चलता है कि वो खाने को लेकर कितनी पैशनेट हैं. वो बहुत टेस्टी खाना बनाकर, उसकी फ़ोटोज़ यहां डालती हैं. इनमें से ज़्य़ादातर रेसिपीज़ इंडियन हैं. नताशा ने स्ट्रेस से लड़ना सीख लिया है, अब वो नेगेटिव ख्याल अपने आस-पास भी भटकने भी नहीं देतीं.


वीडियो देखें:



ये भी पढ़ें:
एक और स्वर्ण पदक घर आया है, लाने वाली ये लड़की है

जो कल बरखा दत्त को वेश्या कह रहे थे, आज ढिंचाक पूजा की न्यूड पिक्स मांग रहे हैं

'सिमरन' फिल्म के लेखक अपूर्व असरानी ने कंगना के बारे में किया खुलासा